यूपीः चौथे चरण में शाम 5 बजे तक 57.45 फीसदी वोटिंग, 59 सीटों पर हैं 624 उम्मीदवार

मतदान शाम छह बजे तक हुआ। इसलिए अंतिम आंकड़े आने पर मतदान प्रतिशत बढ़ सकता है। पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, बांदा और फतेहपुर जिलों की इन सीटों पर 624 उम्मीदवार मैदान में हैं। यहां 2.3 करोड़ मतदाता हैं

लखीमपुर में शादी से पहले वोट देने जाता एक परिवार

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए चौथे चरण में 9 जिलों की 59 सीटों पर बुधवार को मतदान पूरा हो गया। चुनाव आयोग के मुताबिक शाम 5:00 बजे तक 57.45 फ़ीसदी मतदाताओं ने वोट डाले। मतदान शाम छह बजे तक हुआ। इसलिए अंतिम आंकड़े आने पर मतदान प्रतिशत बढ़ सकता है। पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, बांदा और फतेहपुर जिलों की इन सीटों पर 624 उम्मीदवार मैदान में हैं। यहां 2.3 करोड़ मतदाता हैं।

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव की सीट करहल (मैनपुरी जिला) के बूथ नंबर 266 पर बुधवार को दोबारा मतदान हुआ। जिसमें शाम 5:00 बजे तक 73.6 साथ फ़ीसदी वोटिंग हुई। यहां तीसरे चरण में 20 फरवरी को वोटिंग हुई थी। लेकिन भाजपा उम्मीदवार एसपी सिंह बघेल की शिकायत पर आयोग ने फेसबुक पर दोबारा मतदान कराने का फैसला किया था।

पीलीभीत में मतदान के लिए खड़े मतदाता

बुधवार को जिनमें 59 सीटों पर मतदान हुआ उनमें से 2017 में भाजपा को 51 सीटों पर जीत मिली थी। समाजवादी पार्टी के हिस्से चार, बहुजन समाज पार्टी के हिस्से तीन सीटें आई थीं। बाकी एक सीट भाजपा के सहयोगी अपना दल सोनेलाल को मिली थी। पिछली बार इन सीटों पर औसतन 62.55 फ़ीसदी मतदान हुआ था। 2019 के लोकसभा चुनावों में यहां मतदान का प्रतिशत 60.03 रहा था

लखीमपुर खीरी में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने भी वोट डाला। उन्होंने मीडिया से बचने की कोशिश की। यहां पिछले साल अक्टूबर में जीप से रौंदे जाने के बाद 4 किसानों समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी। बाद की हिंसा में तीन और लोग मारे गए थे। इस घटना में अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा आरोपी हैं। हाल ही उन्हें इलाहाबाद हाई कोर्ट से जमानत मिली है। पीड़ित किसानों ने जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।