चीनी उत्पादन 8 फीसदी घटने का इस्मा ने लगाया अनुमान, 2023-24 में 337 लाख टन रहेगा कुल उत्पादन

चीनी उद्योग के शीर्ष संगठन इस्मा (इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन) ने चालू मार्केटिंग वर्ष 2023-24 में चीनी का कुल उत्पादन 337 लाख टन रहने का अनुमान लगाया है। यह 2022-23 के कुल उत्पादन 366 लाख टन से करीब 8 फीसदी कम है। इसमें एथनॉल उत्पादन के लिए इस्तेमाल होने वाली चीनी भी शामिल है।

चीनी उद्योग के शीर्ष संगठन इस्मा (इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन) ने चालू मार्केटिंग वर्ष 2023-24 में चीनी का कुल उत्पादन 337 लाख टन रहने का अनुमान लगाया है। यह 2022-23 के कुल उत्पादन 366 लाख टन से करीब 8 फीसदी कम है। इसमें एथनॉल उत्पादन के लिए इस्तेमाल होने वाली चीनी भी शामिल है। हालांकि, इस्मा ने दावा किया है कि घरेलू मांग पूरा करने के लिए यह उत्पादन काफी है क्योंकि घरेलू बाजार में चीनी की सालाना औसत खपत 278.5 लाख टन है।

इस्मा ने अपने ताजा अनुमान में यह नहीं बताया है कि एथेनॉल उत्पादन के लिए चीनी का डायवर्जन कितना रह सकता है। इससे पहले अगस्त के अपने अनुमान में इस्मा ने एथेनॉल के लिए 41 लाख टन के डायवर्जन अनुमान के साथ चीनी का शुद्ध उत्पादन 328 लाख टन और कुल उत्पादन 369 लाख टन रहने का अनुमान लगाया था।

इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन ने एक बयान में कहा, "2023-24 चीनी सीजन के लिए सकल चीनी उत्पादन लगभग 337 लाख टन होने का अनुमान लगाया गया है।" चीनी मार्केटिंग वर्ष अक्टूबर से सितंबर तक चलता है। इस्मा ने कहा है कि देश की घरेलू खपत औसतन 278.5 लाख टन है। उत्पादन अनुमान घरेलू खपत के लिए पर्याप्त है।

इस्मा ने बयान में कहा है कि दिसंबर में शुरू होने वाले 2023-24 एथेनॉल आपूर्ति वर्ष के लिए एथेनॉल खरीद मूल्य की घोषणा के बाद ही एथेनॉल के लिए चीन के डायवर्जन का अनुमान लगाया जाएगा। इस्मा के मुताबिक, देश में गन्ने का कुल रकबा 2023-24 में लगभग 57 लाख हेक्टेयर रहा है।

मार्केटिंग वर्ष 2022-23 में देश से 61 लाख टन चीनी का निर्यात हुआ जो इससे पिछले वर्ष  रिकॉर्ड 112 लाख टन रहा था। चीनी उत्पादन घटने की आशंका को देखते हुए सरकार ने अभी तक चालू मार्केटिंग वर्ष के लिए निर्यात की अनुमति नहीं दी है।