प्रधानमंत्री ने 'ड्रोन दीदी योजना' का शुभारंभ किया, जानिए कैसे मिलेगी सब्सिडी

मंगलवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 15 हजार महिला स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन उपलब्ध कराने की योजना को मंजूरी दी थी। इसके तहत महिला समूहों को ड्रोन खरीदने के लिए 80 फीसदी (अधिकतम 8 लाख रुपये) सब्सिडी दी जाएगी। साथ ही ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण भी मिलेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' के लाभार्थियों से बात की तथा ‘ड्रोन दीदी योजना’ का शुभारंभ किया। 'ड्रोन दीदी योजना' के तहत महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को ड्रोन को उपलब्ध कराए जाएंगे, जिन्हें किसानों को किराए पर देकर अतिरिक्त आय हो सकेगी। 15 हजार महिला समूहों को ड्रोन उपलब्ध कराने की योजना को मंगलवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी थी। महिला समूहों को ड्रोन खरीदने के लिए 80 फीसदी (अधिकतम 8 लाख रुपये) सब्सिडी दी जाएगी। साथ ही ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण भी मिलेगा।

प्रधानमंत्री ने अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में ग्रामीण महिलाओं को 'ड्रोन दीदी' बनाने की घोषणा की थी। आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले के स्वयं सहायता समूह की सदस्य कोमलापति वेंकट रावनम्मा ने प्रधानमंत्री को बताया कि ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण पूरा करने में उन्हें 12 दिन लगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब ड्रोन चलाने के लिए प्रशिक्षण देने की शुरुआत की गई तो इस योजना को लेकर बहुत से लोगों ने संदेह जताए थे। रमन अम्मा जैसी महिलाओं ने साबित कर दिया कि ड्रोन कृषि में तकनीक के दायरे से आगे बढ़कर महिला सशक्तिकरण का भी एक प्रतीक बनकर उभरेगा।

क्या है योजना?

महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को ड्रोन उपलब्ध कराने के लिए वर्ष 2024-25 से 2025-26 के दौरान 1261 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी गई है। अनुमान है कि ड्रोन को कृषि कार्यों के लिए किराए पर देकर महिला किसान सालाना एक लाख रुपये तक की अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकती हैं। ड्रोन सब्सिडी के लिए देश भर से 15 हजार महिला एसएचजी का चयन किया जाएगा।

सब्सिडी पैटर्न

ड्रोन खरीदने के लिए महिला समूहों को ड्रोन और सहायक उपकरण/सहायक शुल्क का 80 प्रतिशत (अधिकतम आठ लाख रुपये) राशि केंद्रीय सहायता के रूप में दी जाएगी। बाकी राशि राष्ट्रीय कृषि इन्फ्रा फाइनेंसिंग सुविधा (एआईएफ) के तहत कर्ज के रूप में जुटाई जा सकती हैं। इस कर्ज पर 3 प्रतिशत की ब्याज छूट मिलेगी।

प्रशिक्षण

महिला एसएचजी के सदस्यों को 15 दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसमें 5 दिवस का अनिवार्य ड्रोन पायलट प्रशिक्षण और कृषि उद्देश्य के लिए पोषक तत्वों और कीटनाशकों के प्रयोग का 10 दिवसीय अतिरिक्त प्रशिक्षण शामिल होगा। एसएचजी के अन्य सदस्य/परिवार के सदस्य, जो बिजली के सामान, फिटिंग और यांत्रिक कार्यों की मरम्मत करने के इच्छुक हों, उन्हें ड्रोन तकनीशियन/सहायक के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा।

ड्रोन से नैनो उर्वरकों का उपयोग

ड्रोन द्वारा नैनो उर्वरकों जैसे नैनो यूरिया और नैनो डीएपी के उपयोग को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। महिला समूह नैनो उर्वरकों और कीटनाशकों के छिड़काव के लिए किसानों को ड्रोन सेवाएं किराए पर देंगे।