किसान दिवस पर धानुका एग्रीटेक ने की पलवल जिले को गोद लेने की घोषणा

इस मौके पर धानुका एग्रीटेक लिमिटेड के चेयरमैन एमेरिटस डॉ. आर. जी. अग्रवाल ने बताया कि धनुका ने पलवल ज़िले को गोद लिया है और इसे एक आदर्श कृषि ज़िला बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि पलवल ज़िले के सिहोल गाँव में स्थित धनुका के आरएंडडी केंद्र के माध्यम से किसानों तक सही जानकारी और आधुनिक तकनीक पहुँचाकर सभी तरह की जानकारी और तकनीकी कमियों को दूर किया जाएगा

धानुका एग्रीटेक लिमिटेड ने किसान दिवस के अवसर पर पलवल स्थित सेंटर धानुका एग्रीटेक रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी (DART), पलवल में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें पूरे पलवल ज़िले को गोद लेने की घोषणा की गई। इस अवसर ने सतत कृषि, अनुसंधान-आधारित नवाचार और तकनीक-संचालित समाधानों के माध्यम से किसानों को सशक्त बनाने के प्रति धानुका एग्रीटेक की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया, जिसका उद्देश्य पलवल को एक आदर्श कृषि ज़िला बनाना है।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. पी. के. सिंह, कृषि आयुक्त, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, डॉ. हरीश वशिष्ठ, उपायुक्त, पलवल, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। धानुका एग्रीटेक लिमिटेड के चेयरमैन एमेरिटस, डॉ. आर. जी. अग्रवाल भी मंच पर उपस्थित थे। उनके साथ अन्य प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों में डॉ. साईं दास, पूर्व निदेशक, ICAR-IIMR; डॉ. पी. के. चक्रवर्ती, पूर्व सदस्य, ASRB; तथा कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।

इस मौके पर धानुका एग्रीटेक लिमिटेड के चेयरमैन एमेरिटस डॉ. आर. जी. अग्रवाल ने बताया कि धानुका ने पलवल ज़िले को गोद लिया है और इसे एक आदर्श कृषि ज़िला बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि पलवल ज़िले के सिहोल गाँव में स्थित धानुका के आरएंडडी केंद्र के माध्यम से किसानों तक सही जानकारी और आधुनिक तकनीक पहुँचाकर सभी तरह की जानकारी और तकनीकी कमियों को दूर किया जाएगा। उन्होंने किसानों के कल्याण के प्रति धानुका एग्रीटेक लिमिटेड की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि नवाचार, शिक्षा और टिकाऊ फसल संरक्षण समाधान किसानों की आय बढ़ाने और दीर्घकालीन खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बेहद ज़रूरी हैं।

सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने अच्छी कृषि पद्धतियों को अपनाने, वैज्ञानिक फसल प्रबंधन और आधुनिक तकनीकों के जिम्मेदार उपयोग पर जोर दिया, ताकि मिट्टी और पर्यावरण की सेहत बनाए रखते हुए खेती की उत्पादकता बढ़ाई जा सके। डॉ. पी. के. सिंह, कृषि आयुक्त, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने किसानों को उभरती कृषि चुनौतियों से निपटने के लिए शोध-आधारित समाधानों से अपडेट रहने की आवश्यकता पर बल दिया।
पलवल के उपायुक्त डॉ. हरीश वशिष्ठ ने जमीनी स्तर पर किसान जागरूकता बढ़ाने और सतत कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने में धानुका एग्रीटेक की भूमिका की सराहना की। उन्होंने ग्रामीण विकास के लिए अनुसंधान संस्थानों, प्रशासन और किसानों के बीच सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला और किसानों से इनपुट व आउटपुट दोनों स्तरों पर बेहतर सौदेबाज़ी शक्ति के लिए किसान उत्पादक संगठन (FPO) बनाने का आग्रह किया।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें क्षेत्र के विभिन्न गांवों के सरपंच, प्रगतिशील किसान, विभिन्न किसान यूनियनों के अध्यक्ष और बड़ी संख्या में किसान समुदाय के सदस्य शामिल थे।

कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने किसानों के साथ समेकित कीट प्रबंधन, मृदा स्वास्थ्य में सुधार, आधुनिक फसल सुरक्षा तकनीकों और सतत कृषि विधियों जैसे विषयों पर संवाद किया। कार्यक्रम का समापन एक इंटरैक्टिव सत्र के साथ हुआ, जिसने अनुसंधान, तकनीक और ज्ञान-साझाकरण के माध्यम से किसानों को सशक्त बनाने के प्रति धानुका एग्रीटेक की प्रतिबद्धता को और मजबूत किया।