इफको के लिए शानदार रहा यह साल, 3000 करोड़ से ज्यादा मुनाफे की उम्मीद

इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने बेहतर सालाना परिणामों के लिए इफको से जुड़े सभी लोगों को बधाई देते हुए नए वित्त वर्ष 2024-25 के और भी अच्छा साबित होने की उम्मीद जताई।

विश्व की अग्रणी फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव इफको के लिए वित्त वर्ष 2023-24 शानदार रहा है। इफको के प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने बेहतर संपूर्ण इफको परिवार, किसानों, सहकारी बंधुओं और इफको से जुड़े सभी लोगों को वित्त वर्ष 2023-24 के बेहतर सालाना परिणामों की बधाई दी। साथ ही नए वित्त वर्ष 2024-25 के और भी अच्छा साबित होने की उम्मीद जताई।

नए वित्त वर्ष की शुरुआत के मौक पर अपने संदेश में डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने कहा कि वर्ल्ड कोऑपरेटिव मॉनीटर, आईसीए की रिपोर्ट में इफको को पुनः दुनिया की शीर्ष 300 सहकारी समितियों में प्रथम स्थान मिला है। इफको भारतीय किसानों के लिए नैनो उर्वरक और कृषि ड्रोन जैसी अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी लाकर कृषि व उर्वरक क्षेत्र के विकास में सकारात्मक भूमिका निभा रहा है। प्रधानमंत्री के सहकार से समृद्धि, आत्मनिर्भर भारत, आत्मनिर्भर कृषि तथा किसानों की आय दोगुनी करने के संकल्प को पूरा करने के लिए इफको लगातार काम कर रहा है।

डॉ. अवस्थी ने बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 में इफको का कर-पूर्व लाभ 3000 करोड़ रुपये से अधिक होने की आशा है। स्ट्रैटेजिक प्रबंधन समूह की विशेषज्ञता के कारण लाभप्रद प्रचालन और विदेशी उद्यमों से उच्च वित्तीय रिटर्न सुनिश्चित हुआ है। डॉ. यूएस अवस्थी ने कहा कि इफको परिवार ने इस वर्ष हर क्षेत्र में शानदार परिणाम प्राप्त किये हैं। उन्होंने इफको की सभी टीमों को उनकी मेहनत और कुशल कार्यान्वयन के लिए बधाई दी।

बीते वित्त वर्ष 2023-24 में इफको ने नैनो डीएपी लॉन्च किया था। इफको द्वारा कलोल (गुजरात) में स्थापित भारत के पहले नैनो डीएपी संयंत्र की शुरुआत हुई। साथ ही देवघर (झारखंड) में इफको नैनो यूरिया संयंत्र और कांडला (गुजरात) में इफको नैनो डीएपी संयंत्र की आधारशिला रखी गई। इफको ने इस वित्त वर्ष में अपनी पारादीप इकाई में एक नया सल्फ्यूरिक एसिड प्लांट- III चालू किया है।

इफको की प्रगति की जानकारी देते हुए डॉ. अवस्थी ने बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान इफको नैनो यूरिया तरल की लगभग 2.04 करोड़ बोतलों से अधिक और इफको नैनो डीएपी तरल की लगभग 44 लाख से अधिक बोतलों की बिक्री करने में सफल रहे। नैनो उर्वरकों को लेकर इफको ने अब तक 80 हजार से अधिक क्षेत्र प्रदर्शन और 1500 से अधिक ग्रामीण उद्यमियों को प्रशिक्षित किया है। उन्होंने कहा कि नैनो उत्पादों के पेटेंट के पंजीकरण के लिए हमारी विधिक टीम ने सराहनीय कार्य किया है। 

इफको संयंत्रों ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 88.95 लाख टन उर्वरकों का उत्पादन किया जिसमें 48.85 लाख टन यूरिया और 40.10 लाख टन एनपीके/डीएपी/डब्ल्यूएसएफ और विशेष उर्वरक शामिल हैं। देश भर में इफको ने कुल 112.26 लाख टन उर्वरकों की बिक्री की है जिसमें 110.46 लाख टन थोक उर्वरक, 1.80 लाख टन डब्ल्यूएसएफ/विशेष उर्वरक/ सागरिका ग्रेन्युल उर्वरक और 8.63 लाख लीटर सागरिका तरल शामिल है। इफको ने बीते वित्त वर्ष में 113.06 लाख टन यूरिया/एनपी/ एनपीके/डीएपी/डब्ल्यूएसएफ, विशेष उर्वरक तथा नैनो उर्वरकों की बिक्री की है। मृदा स्वास्थ्य के लिए उपयोगी 8.37 लाख लीटर जैव उर्वरकों की बिक्री की है।

इस वर्ष इफको ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित कृषि ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में कदम रखा। नैनो यूरिया और नैनो डीएपी के छिड़काव के लिए किसानों को इफको किसान ड्रोन उपलब्ध कराने की एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की गयी है। डॉ. अवस्थी के अनुसार, इफको के इस कदम से देश भर में 5000 ग्रामीण उद्यमी पैदा होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'नमो ड्रोन दीदी' की पहल के अनुसरण में इफको ने 300 नमो ड्रोन दीदी को कृषि ड्रोन और ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दी।