पंजाब में कांग्रेस जल्द घोषित करेगी सीएम चेहरा, जानिए इस मुद्दे पर क्या बोले राहुल गांधी

बकौल राहुल, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश पार्टी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू दोनों ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जो भी व्यक्ति मुख्यमंत्री चुना जाएगा, वे उसका समर्थन करेंगे

ऐसे समय जब पंजाब की सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री पद के लिए कयासों का दौर चल रहा है, पार्टी नेता राहुल गांधी ने कहा है कि मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा जल्द ही की जाएगी। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विचार विमर्श के बाद मुख्यमंत्री चेहरे पर निर्णय लिया जाएगा। बकौल राहुल, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश पार्टी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू दोनों ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जो भी व्यक्ति मुख्यमंत्री चुना जाएगा, वे उसका समर्थन करेंगे।

राहुल गांधी का यह बयान इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि चन्नी और सिद्धू पिछले काफी समय से खुद को मुख्यमंत्री चेहरा बताने की कोशिश कर रहे हैं। चुनावी सभाओं में चन्नी जो वादे कर रहे हैं, सिद्धू उनसे अलग वादे कर रहे हैं। कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाने के बाद जब चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया था, तभी से सिद्धू और चन्नी के बीच होड़ दिख रही है। अब पार्टी कार्यकर्ताओं को वर्चुअल रैली में संबोधित करते हुए राहुल ने जल्दी ही मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की बात कही है।

कार्यकर्ताओं को सिद्धू और चन्नी ने भी संबोधित किया। सिद्धू ने कहा कि लोग इस बात को लेकर आश्वस्त होना चाहते हैं कि पार्टी का एजेंडा और उसके रोडमैप को कौन लागू करेगा। उसके बाद जब चन्नी की बारी आई तो सिद्धू को बड़ा भाई बताते हुए उन्होंने कहा कि मैंने कभी किसी पद की इच्छा नहीं की। मुख्यमंत्री के तौर पर जिसके नाम की भी घोषणा होगी, मैं पूरे दिल से उसका समर्थन करूंगा। इस मौके पर चन्नी ने आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल को भी आड़े हाथों लिया। बोले, “मैं नहीं चाहता कि केजरीवाल यहां आएं और कहें कि उनके (कांग्रेस) घर में झगड़ा चल रहा है इसलिए आप हमें मौका दीजिए। इससे पंजाब को नुकसान होगा।”

राहुल ने दूसरे राजनीतिक दलों को सारे अधिकार प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के हाथों सौंप देने का आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारों के केंद्रीकरण के चलते ही देश और राज्यों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा नरेंद्र मोदीजी हों, भाजपा हो या कोई दूसरी पार्टी, यहां तक कि आम आदमी पार्टी भी, ये सभी दल अधिकारों का केंद्रीकरण करते हैं। ये सभी अधिकार मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को दे देते हैं। लेकिन कांग्रेस की विचारधारा में अधिकार जनता के पास होना चाहिए और हम जनता को ही अधिकार देना चाहते हैं।

राहुल ने गुरुवार को अमृतसर से पार्टी का चुनाव अभियान लांच किया, लेकिन इस मौके पर पार्टी के पांच सांसदों की गैरमौजूदगी चर्चा में रही। ये सांसद हैं मनीष तिवारी, जसवीर सिंह गिल, रवनीत सिंह, परनीत कौर और मोहम्मद सादिक। चुनाव अभियान लांच करते समय राहुल के साथ मुख्यमंत्री चन्नी और प्रदेश पार्टी अध्यक्ष सिद्धू थे। हालांकि पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पांच सांसदों के ना आने पर स्पष्टीकरण दिया कि यह उनकी तरफ से कोई बहिष्कार नहीं था। गिल ने ट्वीट किया कि सिर्फ 117 विधानसभा क्षेत्रों से कांग्रेस प्रत्याशियों को आमंत्रित किया गया था, सांसदों को नहीं। इसलिए बहिष्कार करने का सवाल नहीं उठता है। पार्टी अभी तक 117 में से 109 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर चुकी है। पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होना है।