बांग्लादेश की अग्रणी सोया प्रोसेसिंग कंपनियां — मेघना ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज, सिटी ग्रुप, डेल्टा एग्रोफूड इंडस्ट्रीज लिमिटेड, महबूब ग्रुप और केजीएस ग्रुप ने अमेरिकी सोयाबीन और सोया मील के आयात के लिए 1.25 अरब के समझौते किए हैं। यूएस सोयाबीन एक्सपोर्ट काउंसिल (USSEC) के अनुसार, यह समझौता दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय कृषि व्यापार में महत्वपूर्ण वृद्धि का संकेत है। दोनों पक्षों ने बाजार विकास में सहयोग करने और USSEC के “राइट टू प्रोटीन” अभियान के माध्यम से बांग्लादेश में प्रोटीन उपभोग को बढ़ावा देने पर भी सहमति व्यक्त की है।
अमेरिकी कृषि विभाग की विदेशी कृषि सेवा (FAS) के अनुसार, 2025–26 में जैसे-जैसे पशु आहार उत्पादन बढ़ेगा, बांग्लादेश में सोयाबीन क्रशिंग (प्रसंस्करण) में वृद्धि की उम्मीद है। देश के पोल्ट्री, डेयरी और मत्स्य पालन क्षेत्र लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं, जिन्हें तैयार पशु आहार के उपयोग में वृद्धि हो रही है।
FAS का अनुमान है कि 2025–26 में बांग्लादेश का कुल सोयाबीन आयात 2.4 मिलियन टन तक पहुंच जाएगा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 9% अधिक है। वर्तमान में सोया मील देश में उपयोग किए जाने वाले कुल पशु आहार का लगभग 30% है। बांग्लादेश के उद्योग जगत ने इसे घरेलू प्रसंस्करण क्षमताओं और खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम बताया है।
USDA के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में बांग्लादेश ने अमेरिका से 35 करोड़ डॉलर मूल्य का सोयाबीन आयात किया, जो देश का शीर्ष कृषि आयात था। बांग्लादेश दक्षिण एशिया में अमेरिकी सोयाबीन के लिए सबसे बड़ा बाजार बन गया है, जहां सोया मील के आयात में पिछले वर्ष की तुलना में 650% की वृद्धि हुई है। इसी दौरान 2024 में बांग्लादेश का अमेरिका को निर्यात 8.78 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो दोनों देशों के बीच बढ़ते व्यापारिक संबंधों को दर्शाता है।
अमेरिकन सोयाबीन एसोसिएशन (ASA), जो लगभग पांच लाख अमेरिकी सोयाबीन किसानों का प्रतिनिधित्व करती है, ने इस समझौते का स्वागत किया और कहा कि यह न केवल बांग्लादेश की प्रोटीन आपूर्ति को मजबूत करता है, बल्कि अमेरिकी कृषि के लिए नए अवसर भी पैदा करता है।
USSEC 93 देशों में कार्यरत है और भोजन, मत्स्य पालन और पशु आहार में अमेरिकी सोया के उपयोग को बढ़ावा देता है। यह पूरे सोया मूल्य श्रृंखला — किसानों, प्रोसेसरों, निर्यातकों और एग्रीबिजनेस कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है और इसे सोयाचेकऑफ, USDA की विदेशी कृषि सेवा और उद्योग भागीदारों से फंडिंग मिलती है।