नकली बीज बेचने वालों पर राज्य सरकारें सख्ती से अंकुश लगाएं: कृषि मंत्री

ने कहा कि पूरी बीज श्रंखला व्यवस्थित होनी चाहिए ताकि किसानों को कोई परेशानी नहीं आएं। साथ ही जिन फसलों के बीजों की जिन क्षेत्रों में कमी है, वहां उनके बीज उपलब्ध कराए जाने चाहिए ताकि उत्पादकता बढ़ाई जा सके। दलहन-तिलहन, कपास आदि फसलों के बीजों की पर्याप्त आपूर्ति के लिए प्लानिंग करना चाहिए

कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि देश के किसानों को अच्छी गुणवत्ता के बीजों की समय पर आपूर्ति हो  इसको  सुनिश्चित  करने के लिए केंद्र के साथ  राज्य सरकारें मिलकर अगले दस से 15 साल के लिए रोडमैप बनाएं। वही  दूसरी तरफ बीजों की  कालाबाजारी करने वाले और नकली बीज बेचने वालों पर राज्य सरकारें सख्ती से अंकुश लगाएं। कृषि मंत्री ने यह बातें बीज श्रृंखला विकास पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहीं। इसी दौरान उन्होंने कहा कि इस तरह की प्लानिंग होनी चाहिए जिससे किसानों को अच्छे बीज सस्ते में मिलें और निजी व सरकारी एजेंसियों के बीच बीज के रेट का अंतर को कम किया जाएं 

तोमर ने कहा कि पूरी बीज श्रंखला व्यवस्थित होनी चाहिए ताकि किसानों को कोई परेशानी नहीं आएं। साथ ही जिन फसलों के बीजों की जिन क्षेत्रों में कमी है, वहां उनके बीज उपलब्ध कराए जाने चाहिए ताकि उत्पादकता बढ़ाई जा सके। दलहन-तिलहन, कपास आदि फसलों के बीजों की पर्याप्त आपूर्ति के लिए प्लानिंग करना चाहिए। 

कृषि मंत्री ने कहा कि हम सभी बीज  की महत्ता को जानते हैं। बीज अच्छा होगा तो भविष्य अच्छा होता है। फिर वह चाहे व्यक्ति की बात हो या खेती के लिए बीज की। खेती के लिए अच्छे बीज उपलब्ध होने से उत्पादन-उत्पादकता और किसानों की आमदनी में वृद्धि होती है, उन्होंने कहा कि देश में कृषि का  जीडीपी का योगदान बढ़ता है तो देश की अर्थव्यवस्था को ताकत मिलती है।

कृषि मंत्री ने कहा कि सीड ट्रेसेब्लिटी के लिए भी राज्य सरकारों का सहयोग जरूरी है ताकि देशभर के किसानों में जागरूकता आए और जरूरत के अनुसार अपने खेत के लिए सही बीज के चुनाव के  निष्कर्ष पर पहुंच सकें।  उन्होंने कहा कि देश की आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर सभी को आत्म अवलोकन करने की जरूरत है। देश बीजों के मामले में हमारा आत्मनिर्भर हो औऱ हम दूसरे देशों को भी बीज की  में आपूर्ति कर सकें।

इस कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर ) द्वारा विकसित बीजों की किस्मों को निचले स्तर तक किसानों को पहुंचाना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। साथ ही राज्यों को जिला स्तर पर कृषि विभाग से जुड़े सभी पहलुओं पर योजनाबद्ध ढंग से काम करना चाहिए, ताकि किसानों को कोई परेशानी नहीं आएं।

इस कार्यक्रम मे केंद्रीय कृषि सचिव श्री मनोज अहूजा ने कहा कि पंचायत स्तर पर किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध कराने के लिए प्रबंध किए जाना चाहिए,वहीं बीज के क्वालिटी टेस्ट  के लिए किसानों को भी जागरूक रहना चाहिए। इस अवसर पर कृषि के  संयुक्त सचिव (बीज) कहा कि पंचायत स्तर पर सीड जर्मिनेशन टेस्टिंग लैब के लिए सरकार काम कर रही है।