कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) सेक्टर के हित में केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (MoPNG) ने सीबीजी के खरीद मूल्य को 1380 रुपये/MMBTU से बढ़ाकर 1478 रुपये/MMBTU (जीएसटी अतिरिक्त) करने की घोषणा की है। यह नया मूल्य 1 जून से 31 अक्टूबर 2025 तक प्रभावी रहेगा। कंप्रेस्शन चार्ज 8 रुपये/किलोग्राम में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
इस संशोधन के तहत वजन आधारित सीबीजी खरीद मूल्य को लगभग 72.8 रुपये/किलोग्राम से बढ़ाकर 77.4 रुपये/किलोग्राम (50 किमी तक डिलीवरी, कंप्रेस्शन चार्ज सहित, जीएसटी को छोड़कर, 95% मीथेन कंटेट पर) किया गया है। साथ ही मंत्रालय ने 50-75 किमी की दूरी के लिए 1.5 रुपये/किलोग्राम और 75 किमी से अधिक की दूरी के लिए 2.5 रुपये/किलोग्राम की अतिरिक्त परिवहन सहायता की भी घोषणा की है।
कंप्रेस्ड बायोगैस उत्पादकों की ओर से काफी समय से सीबीजी के खरीद मूल्य में बढ़ोतरी की मांग की जा रही थी। इंडियन फेडरेशन ऑफ ग्रीन एनर्जी (IFGE) सीबीजी प्रोड्यूसर फोरम ने सरकार के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि इससे परियोजना की व्यवहार्यता, कैश फ्लो संबंधी चिंताओं को दूर करने और निवेशकों का भरोसा बनाए रखने में मदद मिलेगी।
आईएफजीई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और सीबीजी प्रोड्यूसर फोरम के अध्यक्ष वाई. बी. रामकृष्ण ने कहा, “यह मूल्य संशोधन क्षेत्र की चुनौतियों को स्वीकार करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। हम मंत्रालय और ऑयल एंड गैस मार्केटिंग कंपनियों का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने उद्योग की प्रतिक्रिया को ध्यान में रखते हुए विश्वास बहाल किया है। FOM/LFOM MDA और ग्रीन गैस प्रमाणन नीति में संशोधन से यह उद्योग और अधिक टिकाऊ बनेगा।”
आशीष कुमार, उपाध्यक्ष, आईएफजीई एवं उपाध्यक्ष, CBG प्रोड्यूसर फोरम ने मूल्य स्थिरता पर बल देते हुए कहा, “फ्लोर प्राइस की समीक्षा और संशोधन की एक व्यवस्थित प्रक्रिया को संस्थागत बनाना निवेश के दृष्टिकोण से CBG क्षेत्र को मजबूती देगा। CGD कंपनियों सहित सभी प्राकृतिक गैस हितधारकों की मजबूत भागीदारी से इस क्षेत्र का आकर्षण और बढ़ेगा।”
आईएफजीई के महानिदेशक संजय गंजू ने कहा कि यह निर्णय सरकार की स्वच्छ ऊर्जा और सर्कुलर इकोनॉमी के लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हम निरंतर इस सेक्टर के विकास में मददगार नीतियों की आशा करते हैं।
आईएफजीई सीबीजी प्रोड्यूसर फोरम ने भारत को हरित गैस उत्पादन और ऊर्जा संक्रमण में अग्रणी बनाने के लिए सभी हितधारकों के साथ मिलकर प्रयास करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।