पिंक बॉलवॉर्म का कहरः गहलोत सरकार ने कपास किसानों के लिए दिया 1125 करोड़ का राहत पैकेज

पिंक बॉलवॉर्म (गुलाबी सुंडी) के भयानक प्रकोप से राजस्थान में कपास की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। श्रीगंगानगर, हनुमागढ़ और अनूपगढ़ जैसे प्रमुख कपास उत्पादक जिलों में तो कुछ जगहों पर 90 फीसदी फसल बर्बाद हो गई है। नुकसान की भरपाई के लिए काफी समय से किसान मुआवजे की मांग को लेकर इन जिलों में प्रदर्शन कर रहे थे। किसानों की मांग मानते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 1125 करोड़ रुपये के राहत पैकेज का प्रावधान किया है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात करते संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधि।

पिंक बॉलवॉर्म (गुलाबी सुंडी) के भयानक प्रकोप से राजस्थान में कपास की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। श्रीगंगानगर, हनुमागढ़ और अनूपगढ़ जैसे प्रमुख कपास उत्पादक जिलों में तो कुछ जगहों पर 90 फीसदी फसल बर्बाद हो गई है। नुकसान की भरपाई के लिए काफी समय से किसान मुआवजे की मांग को लेकर इन जिलों में प्रदर्शन कर रहे थे। किसानों की मांग मानते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 1125 करोड़ रुपये के राहत पैकेज को स्वीकृति दे दी है। इस संबंध में मुख्यमंत्री के एक्स हैंडल से ट्वीट कर जानकारी दी गई है।

भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राजस्थान के अध्यक्ष राजा राम मील ने रूरल वॉयस को बताया, “मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से 8 अक्टूबर को संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधियों ने मुआवजे की मांग को लेकर मुलाकात की थी। किसानों की मांग मानते हुए उन्होंने राहत पैकेज देने का फैसला किया और 1125 करोड़ रुपये का प्रावधान किया। अभी नुकसान के आकलन के लिए गिरदावरी चल रही है। इसके पूरा होने के बाद प्रति एकड़ नुकसान की भरपाई की राशि तय की जाएगी।“

स्वराज इंडिया के संस्थापक और किसान नेता योगेंद्र यादव ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तस्वीरों के साथ की इस संबंध में पोस्ट किया है। संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधियों में योगेंद्र यादव भी शामिल थे।     

योगेंद्र यादव ने अपनी पोस्ट में लिखा है, "राजस्थान में बारिश और गुलाबी सुंडी की वजह से कपास की फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी थी। किसान बदहाल था-परेशान था। संयुक्त किसान मोर्चा ने इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी से मुलाकात कर राहत पैकेज की मांग की। अशोक गहलोत जी ने 1125 करोड़ रुपये का राहत पैकेज जारी किया। किसानों की ओर से धन्यवाद।"

यह भी पढ़ेंः पिंक बॉलवॉर्म से राजस्थान, पंजाब एवं हरियाणा में कपास की फसल को बड़ा नुकसान, उत्पादन पर पड़ेगा असर

जोधपुर स्थित दक्षिण एशिया बायोटेक्नोलॉजी केंद्र के संस्थापक भगीरथ चौधरी ने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए रूरल वॉयस को बताया, “पिछले काफी समय से हमलोग विभिन्न माध्यमों से राज्य सरकार का ध्यान इस ओर दिलाने की कोशिश कर रहे थे और किसानों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे की मांग कर रहे थे। गहलोत सरकार ने देर से ही सही, किसानों के लिए राहत पैकेज जारी करने का जो फैसला किया उसका मैं स्वागत करता हूं। किसानों को इसकी सख्त जरूरत थी।”

पिंक बॉलवॉर्म काफी घातक कीट है जो कपास के बीज को खाता है और पौधे के रेशे को नष्ट कर देता है। इसकी वजह से कपास की गुणवत्ता खराब हो जाती है और पैदावार घट जाती है। राजस्थान में पहली बार पिंक बॉलवॉर्म का इतना भयानक प्रकोप देखा गया है। जब तक किसानों को इसकी जानकारी मिली और वे जागरूक हुए तब तक उनकी फसल खराब हो चुकी थी।

भगीरथ चौधरी ने बताया कि राजस्थान में मौजूदा समय में करीब 8 लाख हेक्टेयर में कपास की खेती होती है। इनमें से करीब 4 लाख हेक्टेयर रकबा श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और अनूपगढ़ का है जहां गुलाबी सुंडी का प्रकोप सबसे ज्यादा है।  

राजस्थान के अलावा हरियाणा और पंजाब के प्रमुख कपास उत्पादक जिलों में भी गुलाबी सुंडी से 50-70 फीसदी तक फसल बर्बाद हुई है। इससे इस साल उत्पादन घटने की आशंका है।