सॉक्रेटस फाउंडेशन, लाइवलीहुड अल्टरनेटिव्स एवं रूरल वॉयस द्वारा भुवनेश्वर में आयोजित 'एजेंडा फॉर रूरल इंडिया' की झलक

ग्रामीण भारत के विकास के एजेंडे पर भुवनेश्वर में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम'एजेंडा फॉर रूरल इंडिया' में ओड़िशा के 21 जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों से आये 50 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इनमें किसान, दस्तकार, खेतिहर मजदूर, स्वयं सहायता समूह के सदस्य, कृषक साथी और किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) के सदस्यों और पदाधिकारी शामिल थे। कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों के दौरान प्रतिभागियों ने ग्रामीण क्षेत्र और कृषि की समस्याओं पर चर्चा की और उनके समाधान भी सुझाए। इसके साथ ही एक पैनल चर्चा भी इस कार्यक्रम का हिस्सा रही। जिसमें ओड़िशा के पूर्व चीफ सेक्रेटरी जुगल महापात्र, उत्कल यूनिवर्सिटी में इकोनॉमिक्स की प्रोफेसर डॉ. मिताली चिनारा और रूरल वॉयस के एडिटर-इन-चीफ हरवीर सिंह ने हिस्सा लिया। पैनल चर्चा का संचालन लाइवलीहुड अल्टरनेटिव्स के प्रमुख संबित त्रिपाठी ने किया

गांवों की समस्याएं गिनाईं
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2. गांवों की समस्याएं गिनाईं

प्रतिभागियों ने अपने-अपने गांव की आकांक्षाओं के बारे में बताते हुए कहा कि वे किस तरह की नीतियों पर अमल देखना चाहेंगे। उन्होंने जिन विषयों पर बात की उनमें पेयजल और सिंचाई की सुविधाओं की कमी, खेती में रसायनों के ज्यादा इस्तेमाल, उपज की उचित कीमत नहीं मिलना, भंडारण सुविधाओं की कमी, देसी नस्ल के मवेशियों की कमी, फसलों को जंगली जानवरों से नुकसान शामिल हैं। 

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