केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह ने 2024-25 के फसल उत्पादन के अंतिम अनुमान जारी किए हैं। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि देश के खाद्यान्न उत्पादन में पिछले 10 वर्षों में अब-तक की सबसे बड़ी वृद्धि हुई है। वर्ष 2015-16 में जहां उत्पादन 2515.4 लाख टन था, वह अब 1060 लाख टन बढ़कर 3577.32 लाख टन हो गया है। पिछले साल (2023-24) उत्पादन 3322.98 लाख टन रहा था।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने बताया कि चावल उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर बढ़कर 1501.84 लाख टन हो गया है। यह पिछले वर्ष के 1378.25 लाख टन से 123.59 लाख टन अधिक है। गेहूं में भी रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है। यह बढ़कर 1179.45 लाख टन हो गया है, जो पिछले वर्ष के 1132.92 लाख टन से 46.53 लाख टन अधिक है।
मूंग उत्पादन बढ़कर 42.44 लाख टन, सोयाबीन उत्पादन 152.68 लाख टन, मूंगफली उत्पादन 119.42 लाख टन तक पहुंच गया ई है। मक्का और श्रीअन्न का उत्पादन क्रमशः 434.09 लाख टन और 185.92 लाख टन अनुमानित है, जो पिछले वर्ष क्रमशः 376.65 लाख टन और 175.72 लाख टन था।
केंद्रीय मंत्री ने दलहन-तिलहन के उत्पादन में भी आशाजनक वृद्धि पर प्रसन्नता जताई और बताया कि वर्ष 2024-25 के दौरान कुल तिलहन उत्पादन रिकॉर्ड 429.89 लाख टन अनुमानित है, जो वर्ष 2023-24 के 396.69 लाख टन से 33.20 लाख टन अधिक है। तिलहन उत्पादन में रिकॉर्ड वृद्धि देखी गई क्योंकि मूंगफली और सोयाबीन का अनुमानित उत्पादन क्रमशः 119.42 लाख टन और 152.68 लाख टन रहा, जो पिछले वर्ष के क्रमशः 101.80 लाख टन और 130.62 लाख टन की तुलना में क्रमशः 17.62 लाख टन और 22.06 लाख टन अधिक है। रेपसीड और सरसों का उत्पादन 126.67 लाख टन अनुमानित है।
केंद्रीय मंत्री ने फसलवार विवरण भी प्रस्तुत किया, जो निम्न है:
चावल – 1501.84 लाख टन (रिकॉर्ड)
गेहूं – 1179.45 लाख टन (रिकॉर्ड)
पोषक/मोटे अनाज – 639.21 लाख टन
मक्का - 434.09 लाख टन
कुल दलहन - 256.83 लाख टन
श्री अन्न - 185.92 लाख टन
चना - 111.14 लाख टन
मूंग - 42.44 लाख टन
तूर - 36.24 लाख टन
कुल तिलहन – 429.89 लाख टन
सोयाबीन – 152.68 लाख टन (रिकॉर्ड)
मूंगफली – 119.42 लाख टन (रिकॉर्ड)
रेपसीड एवं सरसों – 126.67 लाख टन
गन्ना – 4546.11 लाख टन
कपास – 297.24 लाख गांठें (प्रति 170 कि. ग्रा.)
पटसन एवं मेस्ता – 88.02 लाख गांठें (प्रति 180 कि. ग्रा.)
केंद्रीय मंत्री ने तूर, उड़द, चना और मूंग की एमएसपी खरीद की गारंटी का भी जिक्र किया और कहा कि सरकार के इस महत्वपूर्ण कदम से बड़ी संख्या में किसान लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कृषि और किसान को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सरकार निरंतर कारगर प्रयास करती रहेगी।