ओडिशा ने रचा इतिहास, इंग्लैंड और दुबई को एक ही दिन में तीन आमों की खेप का निर्यात

ओडिशा ने अपने कृषि निर्यात में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। राज्य ने एक ही दिन में तीन अंतरराष्ट्रीय खेपों को लंदन, बर्मिंघम और दुबई के लिए रवाना किया। यह एक अभूतपूर्व उपलब्धि है, जो राज्य की किसान उत्पादक कंपनियों (FPCs) की बढ़ती क्षमताओं और बाजार सुविधा देने वाली कंपनी Palladium की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करती है।

ओडिशा ने अपने कृषि निर्यात में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। राज्य ने एक ही दिन में तीन अंतरराष्ट्रीय खेपों को लंदन, बर्मिंघम और दुबई के लिए रवाना किया। यह एक अभूतपूर्व उपलब्धि है, जो राज्य की किसान उत्पादक कंपनियों (FPCs) की बढ़ती क्षमताओं और बाजार सुविधा देने वाली कंपनी Palladium की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करती है।

बलांगीर से पहली बार आमों का निर्यात
बलांगीर जिले से पहली बार 2 मीट्रिक टन आमों का निर्यात लंदन के लिए किया गया। यह मील का पत्थर पैलेडियम द्वारा इस माह की शुरुआत में पाटनगढ़ में आयोजित प्रशिक्षण सत्र के माध्यम से संभव हो सका, जिसमें किसानों और एफपीओ को अंतरराष्ट्रीय बाजार की तैयारियों, गुणवत्ता पालन और निर्यात प्रक्रियाओं से संबंधित आवश्यक कौशल प्रदान किए गए।

संभलपुर में आम महोत्सव के दौरान दोहरी खेप रवाना
संभलपुर में आयोजित आम महोत्सव के दौरान 3.5 मीट्रिक टन प्रीमियम आमों की खेप को इंग्लैंड और दुबई के लिए केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रवाना किया। इस अवसर पर NABARD, उद्यान विभाग, जिला प्रशासन और Palladium इंडिया के अधिकारी उपस्थित थे।

श्री प्रधान ने कहा, “यह केवल आमों का निर्यात नहीं है, बल्कि हमारे किसानों की मेहनत, समर्पण और सपनों का निर्यात है। ओडिशा तेजी से उच्च गुणवत्ता वाले कृषि उत्पादों का एक भरोसेमंद आपूर्तिकर्ता बनता जा रहा है, जो विशेष रूप से महिलाओं सहित हमारे किसानों को वैश्विक बाजारों से जोड़ रहा है और सतत समृद्धि की राह खोल रहा है।”

निर्यात तैयारियों पर पैलेडियम और नाबार्ड की वर्कशॉप
निर्यात के बाद नाबार्ड और पैलेडियम इंडिया की तरफ से संभलपुर के उद्यान प्रशिक्षण संस्थान में वर्कशॉप आयोजित की गई। इस कार्यशाला का उद्देश्य स्थानीय FPOs को वैश्विक व्यापार के लिए तैयार करना था। इसमें अंतरराष्ट्रीय बाजार की आवश्यकताओं, कटाई के बाद प्रबंधन, और निर्यात सर्टिफिकेशन मानकों पर तकनीकी सत्र शामिल थे।

APEDA के पूर्वी क्षेत्र के निदेशक ने FPOs के माध्यम से प्रत्यक्ष निर्यात को बढ़ावा देने के लक्ष्य पर जोर दिया और किसानों के व्यापक प्रशिक्षण की आवश्यकता को रेखांकित किया। NABARD के मुख्य महाप्रबंधक ने ओडिशा को आम निर्यात के मामले में अग्रणी राज्यों के बराबर लाने की आवश्यकता पर बल दिया और किसानों को सीधे जानकारी पहुंचाने के लिए जिला स्तर पर इस पहल की सराहना की।