कुपोषण को दूर करने के लिए समन्वित रुप से काम करने की जरूरत - तोमर

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के अंतर्गत केंद्रीय कृषिरत महिला संस्थान,भुवनेश्वर के पोषण अभियान के तहत 13 राज्यों के 23 जिलों में 75 न्यूट्री स्मार्ट विलेज कार्यक्रम का  शुभारंभ करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के उद्देश्य से फसलों में न्यूट्रिशन वैल्यू ज्यादा रहने पर जोर दिया  जा रहा है

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि एक भारत-श्रेष्ठ भारत बनाने के लिए हमारी कोई भी माताएं-बहनें व बच्चे कुपोषित नहीं रहना चाहिए । यह सभी का संयुक्त दायित्व है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के अंतर्गत केंद्रीय कृषिरत महिला संस्थान,भुवनेश्वर के पोषण अभियान के तहत 13 राज्यों के 23 जिलों में 75 न्यूट्री स्मार्ट विलेज कार्यक्रम का  शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के उद्देश्य से फसलों में न्यूट्रिशन वैल्यू ज्यादा रहने पर जोर दिया  जा रहा है। भारत के प्रयासों से ही संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स घोषित किया है।

तोमर ने कहा कि पोषक तत्व बढ़ाने में हमारे मोटे अनाज का बहुत महत्व है। यह स्वास्थ्य को मज़बूती देते हैं। पहले गरीब भी इनका सेवन करते थे लेकिन धीरे-धीरे प्रकृति के साथ तालमेल टूटते जाने के साथ और भौतिकता की अंधी दौड़ में भोजन की थाली से पोषक तत्व कम होते गए, जिन्हें फिर से बढ़ाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रकृति ने हमें हर वह वस्तु उपलब्ध कराई है जिसकी मानव शरीर व मानव जीवन में जरुरत है।

तोमर ने कहा कि इन 75 न्यूट्री स्मार्ट विलेज के माध्यम से गांवों में पोषकता बढ़ाने की चेन बनाई जानी चाहिए। इन गांवों में प्रकृति प्रदत्त वस्तुओं को बढ़ावा देने के साथ ही बेहतर किस्म के बीजों का वितरण किया जाए ताकि आगे सभी उपज भी पोषकता से भरपूर हो। इन गांवों में ग्रामीण विकास व दूसरे मंत्रालयों के सहयोग से मनरेगा व दूसरी योजनाओं के माध्यम से काम करने व बकरी पालन, मुर्गी पालन करने का सुझाव  दिया।

उन्होंने ने विश्वास जताया कि आईसीएआर व कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय सभी के सहयोग से  इस उद्देश्य को हासिल करेंगे।इस मौके पर राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी ने कहा कि पोषक-अनाज का सेवन सभी के लिए जरुरत है,जैसा कि बरसों पहले देश में घर-घर प्रचलित था। सरकार ने कुपोषण की समस्या का समाधान करने का लक्ष्य रखा है, जिस पर पोषक-अनाज की नई किस्में लाने सहित अन्य कार्यक्रमों व योजनाओं के माध्यम से काम चल रहा है। 

राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे भी विशेष रूप से उपस्थित थी। कृषि सचिव श संजय अग्रवाल,आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्र, उप महानिदेशक डॉ. आर.सी. अग्रवाल, केंद्रीय कृषिरत महिला संस्थान, भुवनेश्वर के निदेशक डॉ. अनिल कुमार ने भी इस कार्यक्रम को संबोधित किया।