बजट चर्चा में सांसदों से सीधे संवाद में किसानों ने खेती की समस्याओं और उनके हल की ओर दिलाया ध्यान

2023-24 के बजट पर किसानों से सीधा संवाद करने, बजट को लेकर किसानों की समझ बढ़ाने और सांसदों के माध्यम से किसानों की बात सरकार तक पहुंचाने के लिए बजट पर चर्चा का एकदिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस चर्चा में ग्रामीण अर्थव्यवस्था, कृषि के डिजिटलीकरण और प्राकृतिक खेती जैसे विषयों पर किसानों, विशेषज्ञों और सांसदों ने अपने-अपने विचार रखे।

किसानों से सीधा संवाद
सत्र को संबोधित करते बीआरएस के लोकसभा में नेता नम्मा नागेश्वर राव।
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3. किसानों से सीधा संवाद

केंद्र या राज्यों के बजट में कृषि क्षेत्र और ग्रामीण विकास को लेकर जो प्रावधान किए जाते हैं उस पर आमतौर पर न तो बजट पेश होने से पहले और न ही बजट पेश होने के बाद किसानों से सीधा संवाद किया जाता है। जबकि उद्योग जगत की मांगों और उनके लिए किए गए प्रावधानों पर तमाम चर्चाएं होती रहती हैं जिनमें उद्योग जगत के लोग भाग लेते हैं।

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