गेहूं की तीसरी ई-नीलामी में 5.08 लाख टन की लगी बोली, एफसीआई ने की थी 11.72 लाख टन की पेशकश, आधे से भी कम की हुई बिक्री

बुधवार को हुई इस नीलामी के लिए 11.72 लाख टन गेहूं बिक्री की पेशकश की गई थी मगर इसकी तुलना में आधे से भी कम गेहूं के लिए बोली लगी। पिछली दो नीलामी में एफसीआई 13.05 लाख टन गेहूं की बिक्री कर चुका है। अगली नीलामी 1 मार्च को होगी।

गेहूं की तीसरी ई-नीलामी में 5.08 लाख टन की लगी बोली, एफसीआई ने की थी 11.72 लाख टन की पेशकश, आधे से भी कम की हुई बिक्री
प्रतीकात्मक फोटो

भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने तीसरी ई-नीलामी में 5.08 लाख टन गेहूं की बिक्री की है। बड़े व्यापारियों, आटा मिलों और गेहूं उत्पाद निर्माताओं जैसे थोक खरीदारों के लिए बुधवार को हुई इस नीलामी के लिए 11.72 लाख टन गेहूं बिक्री की पेशकश की गई थी मगर इसकी तुलना में आधे से भी कम गेहूं के लिए बोली लगी। पिछली दो नीलामी में एफसीआई 13.05 लाख टन गेहूं की बिक्री कर चुका है। अगली नीलामी 1 मार्च को होगी।

गेहूं और आटा की घरेलू कीमतों में बढ़ोतरी और इसकी वजह से बढ़ती खाद्य महंगाई को थामने के लिए सरकार ने ओपन मार्केट सेल स्कीम (ओएमएसएस) के तहत पिछले महीने केंद्रीय पूल से खुले बाजार में 30 लाख टन गेहूं बिक्री करने का फैसला किया था। अभी दो दिन पहले ही सरकार ने 20 लाख टन अतिरिक्त गेहूं खुले बाजार में जारी करने का कदम उठाया है। इस तरह केंद्रीय पूल से कुल 50 लाख टन गेहूं की बिक्री खुले बाजार में की जानी है। इसमें से 45 लाख टन गेहूं की बिक्री ई-नीलामी के जरिये एफसीआई कर रहा है। एफसीआई के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अशोक के मीणा ने बताया कि 22 फरवरी को हुई ई-नीलामी में थोक खरीदारों को 5.08 लाख टन गेहूं की बिक्री की गई है।

खुले बाजार में 20 लाख टन अतिरिक्त गेहूं जारी करने से पहले सरकार ने पिछले शुक्रवार को ओएमएसएस के तहत नीलाम की जा रही गेहूं के आरक्षित मूल्य में भी कटौती करने की घोषणा की थी। उचित एवं औसत क्वालिटी के गेहूं का दाम 2,350 रुपये से घटाकर 2,150 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया था, जबकि कमतर गुणवत्ता (अंडर रिलैक्स्ड स्पेसिफिकेशन- यूआरएस) वाले गेहूं की कीमत 2,125 रुपये प्रति क्विंटल तय की गई थी। इससे आने वाले दिनों में गेहूं और आटा और सस्ता होने की उम्मीद तो है लेकिन कब तक होगी अभी कुछ पता नहीं है क्योंकि थोक में तो भाव 25-30 फीसदी तक घटे हैं मगर खुदरा भाव में ज्यादा कमी नहीं आई है।

खाद्य मंत्रालय के मुताबिक, ओएमएसएस की घोषणा के बाद गेहूं और आटा के भाव कम तो हुए हैं लेकिन खुदरा महंगाई अभी भी ऊंची है। जनवरी में खुदरा महंगाई तीन महीने के ऊपरी स्तर 6.52 फीसदी पर बनी रही। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को ज्यादातर शहरों में गेहूं की औसत खुदरा कीमत 33.09 रुपये प्रति किलो रही, जबकि आटा का खुदरा भाव 38.75 रुपये प्रति किलो पर बना हुआ है। हालांकि, एनसीसीएफ, नाफेड, केंद्रीय भंडार, राज्यों के को-ऑपरेटिव और एजेंसियों जैसे सरकारी संस्थान 27.50 रुपये प्रति किलो की दर पर आटा की बिक्री कर रहे हैं। 

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