शंभू थाने के घेराव से पहले पंजाब में किसान नेताओं को हिरासत में लिया, डल्लेवाल समेत कई नेता नजरबंद

किसान संगठनों ने पुलिस कार्रवाई को लेकर पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार की कड़ी आलोचना की है।   

शंभू थाने के घेराव से पहले पंजाब में किसान नेताओं को हिरासत में लिया, डल्लेवाल समेत कई नेता नजरबंद
किसान नेता मंजीत सिंह राय को आज सुबह पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया

पंजाब में किसान संगठनों के 6 मई को शंभू थाना घेराव के ऐलान को देखते हुए पुलिस ने सोमवार सबेरे से ही बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी। किसान मजदूर मोर्चा और एसकेएम-गैर राजनैतिक से जुडे़ कई किसान नेताओं को उनके घरों पर नजरबंद किया गया है जबकि कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। किसान संगठनों ने पुलिस कार्रवाई को लेकर पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार की कड़ी आलोचना की है।   

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को सुबह 4 बजे फरीदकोट जिले के गांव में घर‌‌ पर नजरबंद किया गया है। डल्लेवाल ने खुद सोशल मीडिया पर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, “सबको पता है कि मैं ज्यादा चल-फिर नहीं सकता। इसके बावजूद मुझे घर में नजरबंद कर दिया है। यह देश के लोकतंत्र पर हमला है। हमने शंभू थाने पर केवल एक दिन का शांतिपूर्ण धरना देने का ऐलान किया था।” डल्लेवाल ने पंजाब सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वह किसानों को एकजुट नहीं होने देना चाहती है। 19 और 20 मार्च को भी पुलिस ने धोखे से किसानों को हिरासत में लिया था और अत्याचार किया था।     

बता दें कि एमएसपी गारंटी कानूनी सहित कई मांगों को लेकर 13 महीनों तक आंदोलन करने वाले किसानों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए पंजाब पुलिस ने 19 और 20 मार्च को शंभू व खनौरी बॉर्डर खाली करा दिए थे। यह कार्रवाई तब शुरू हुई जब किसान नेता चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों के साथ वार्ता कर वापस लौट रहे थे। पुलिस द्वारा बलपूर्वक किसानों को हटाने के विरोध में किसान मजदूर मोर्चा और एसकेएम गैर-राजनैतिक ने 6 मई को शंभू थाने के घेराव का ऐलान किया था। लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने किसानों को हिरासत में लेना शुरू कर दिया। किसानों को रोकने के लिए जगह-जगह नाकेबंदी की गई है।  

इस बीच, पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि पंजाब में ऐसी कोई भी घोषणा, विरोध या हड़ताल जिससे सड़कें या रेलें अवरुद्ध हों या आम लोगों को परेशान किया जाए, उसे जनता के विरुद्ध माना जाएगा। सभी संस्थाओं, संगठनों और यूनियनों को ध्यान देना चाहिए। विरोध करने के और भी तरीके हैं, सिर्फ लोगों को परेशान करना सही नहीं है। अन्यथा सख्त कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। पुलिस कार्रवाई के खिलाफ किसान संगठनों को 7 मई को रेल रोकने का आह्वान किया है।

किसान नेता बीबी जसविंदर कौर को 6 मई के विरोध-प्रदर्शन से पहले सुबह 5 बजे ही पंजाब पुलिस ने नजरबंद कर दिया

किसान नेता तेजवीर सिंह ने ट्वीट किया 6 मई को शंभू थाने के सामने होने वाले धरना-प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस किसान नेताओं को गिरफ्तार करने उनके घरों तक जा रही है। किसान मजदूर मोर्चा के नेता बलवंत सिंह बहरामके और बीकेयू दोआबा के प्रदेश अध्यक्ष मंजीत सिंह राय को आज सुबह पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया है। किसान नेता दिलवाग सिंह गिल के घर को पुलिस ने चारों तरफ से घेर लिया है। 

किसान नेता गुरअमनीत सिंह मांगट के अनुसार, किसान नेता मलकीत सिंह गुलामीवाला को जिला फिरोजपुर में उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। किसान नेता बीबी जसविंदर कौर को सुबह 5 बजे ही पंजाब पुलिस ने नजरबंद कर दिया। गुरअमनीत सिंह ने कहा कि अगर भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल सोचते हैं कि किसान नेताओं को हिरासत में लेने और गिरफ्तार करने से उनकी आवाज़ बंद हो जाएगी, तो वे दोनों किसी अलग दुनिया में जी रहे हैं। 

जिन किसान नेताओं को घरों में नजरबंद या पुलिस हिरासत में लिया गया है उनमें बलदेव सिंह सिरसा, सुखजीत सिंह हरदो झंडे, कुलविंदर सिंह पंजोला, हरदेव सिंह चिट्टी, गुरप्रीत सिंह चीना, शेरा अठवाल,  हरविंदर सिंह मसानिया, हरसलिंदर सिंह किशनगढ़, अंग्रेज सिंह बूटेवाल, काका सिंह कोटड़ा, बलवंत सिंह बेहरामके, गुरिंदर सिंह भंगू, दिलबाग सिंह गिल आदि शामिल हैं। 

शंभू थाने के घेराव की तैयारी    

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने एक बयान जारी कर पंजाब सरकार की कार्रवाई की कड़ी निंदा की है। किसान संगठनों का कहना है कि किसानों, मजदूरों और आम लोगों को अपनी बात कहने के लिए न तो दिल्ली और न ही चंडीगढ़ जाने की इजाजत दी जा रही है। किसान सड़कों पर बैठते हैं तो मोर्चों पर अत्याचार कर मारपीट और लूटपाट की जाती है। बयान के मुताबिक, 6 मई को केवल शंभू पुलिस स्टेशन के सामने प्रदर्शन होना था। सड़क या रेलवे लाइन को रोकने का कोई कार्यक्रम नहीं था। फिर भी बड़े पैमाने पर नेताओं को गिरफ्तार कर इस विरोध को विफल करने का प्रयास किया गया। 

किसान नेताओं ने कहा है कि मंगलवार को पूरे पंजाब से किसान अपने गांवों से निकलकर शंभू पुलिस स्टेशन की ओर जाएंगे। अगर प्रशासन ने रास्ते में लोगों को रोका तो वे वहीं विरोध प्रदर्शन करेंगे। अगर सरकार सड़कें बंद करती है तो लोगों को परेशान करने के लिए भगवंत मान जिम्मेदार होंगे। 

7 मई को चक्का जाम का ऐलान 

किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने किसानों पर हो रहे जुल्म के खिलाफ 7 मई को पंजाब में रेल चक्का जाम का ऐलान किया है। पंधेर ने कहा कि 7 मई को देवीदासपुर में अमृतसर-दिल्ली रेल मार्ग जाम किया जाएग। उन्होंने आरोप लगाया कि भगवंत मान सरकार पंजाब को पुलिस स्टेट बनाने पर आमादा है। राज्य में कई जगह केंद्र के इशारे पर जबरदस्ती किसानों की जमीनों का अधिग्रहण किया जा रहा है।

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