प्रधान मंत्री मोदी करेंगे वर्ल्ड डेयरी समिट 2022 का उद्घाटन, भारत में 48 साल बाद हो रही है समिट

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 सितम्बर को ग्रेटर नोएडा में आईडीएफ वर्ल्ड डेयरी समिट 2022 का उद्घाटन करेंगे। ‘डेयरी फॉर न्यूट्रिशन एण्ड लिवलीहुड’ यानि पोषण एवं आजीविका के लिए डेयरी विषय पर आधारित इस सम्मेलन में भारतीय एवं विश्वस्तरीय डेयरी उद्योग के विशेषज्ञ, किसान, नीति निर्माता हिस्सा लेंगे। भारत में 48 साल बाद डेयरी सम्मेलन हो रहा है इसके पहले 1974 में इंटरनेशनल डेयरी कांग्रेस का आयोजन भारत में किया गया था

प्रधान मंत्री  मोदी  करेंगे वर्ल्ड डेयरी समिट 2022 का उद्घाटन, भारत में 48 साल बाद हो रही है समिट

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 सितम्बर को ग्रेटर नोएडा में आईडीएफ वर्ल्ड डेयरी समिट 2022 का उद्घाटन करेंगे। ‘डेयरी फॉर न्यूट्रिशन एण्ड लिवलीहुड’ यानि पोषण एवं आजीविका के लिए डेयरी विषय पर आधारित इस सम्मेलन में भारतीय एवं विश्वस्तरीय डेयरी उद्योग के विशेषज्ञ, किसान, नीति निर्माता हिस्सा लेंगे। भारत में 48 साल के बाद इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। साल 1974 में इंटरनेशनल डेयरी कांग्रेस का आयोजन किया गया था। यह बातें केंद्रीय पशुपालन एवं डेयरी मंत्री  पुरूषोत्तम रूपाला ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कही।इस सम्मेलन को केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह और  पुरूषोत्तम रूपाला भी सम्बोधित करेंगे।

इंटरनेशनल डेयरी फेडरेशनल के अध्यक्ष पियरक्रिस्टियानो, आईडीएफ की महानिदेशक कैरोलीन एमंड, आईडीएफ की भारतीय राष्ट्रीय समिति के सचिव एवं राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के अध्यक्ष मीनेश शाह भी सम्मेलन में मौजूद रहेंगे।  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे। उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज़्यादा दुग्ध उत्पादन करने वाले राज्यों में से एक है और देश के कुल उत्पादन का तकरीबन 15 फीसदी हिस्सा उत्तर प्रदेश से आता है।  

इसमे मुख्य रूप से चर्चा का भारत छोटे डेयरी किसानों से लेकर सहकारी रणनीति के आधार अपनी बदलावकारी यात्रा का प्रदर्शन करेगा।चार दिवसीय आईडीएफ डब्ल्यूडीएस 22 से पहले कारोबारी बैठकों की एक श्रृंखला का आयोजन भी किया जाएगा। तीन दिनों तक चलने वाली ये बैठकें 9 सितम्बर से शुरू होंगी, बैठकों के दौरान भारत के 8 करोड़ से अधिक छोटे एवं सीमांत डेयरी किसानों  के योगदान पर चर्चा की जाएगी जिन्होंने सालाना 21 करोड़ टन उत्पादन के साथ भारत को दुनिया के अग्रणी दुग्ध उत्पादक के रूप में स्थापित किया है।

डब्ल्यूडीएस के इस संस्करण की विशेषता यह है कि कार्बन न्यूट्रल पार्टनर ज़ेनिथ एनर्जी के सहयोग से सम्मेलन को कार्बन न्यूट्रल आयोजन के रूप में डिज़ाइन किया गया है। यह 1903 में अपनी शुरूआत के बाद से पहला आईडीएफ वर्ल्ड डेयरी समिट है, जिसने जलवायु के अनुकूल टिकाऊ डेयरी उद्योग के प्रति डेयरी सेक्टर की प्रतिबद्धता को दर्शाने के लिए कार्बन न्यूट्रेलिटी को अपनाने का प्रयास किया है।

सम्मेलन के दौरानडेयरी फॉर न्यूट्रिशन एंड लिवलीहुड’ विषय पर 24 सत्रों का आयोजन किया जाएगा। जिसमें डेयरी उद्योग से जुड़े विभिन्न पहलुओं को कवर किया जाएगा। इसके अलावा तीन टेक्नीकल सत्र भी आयोजित किए जाएंगे जिनको 91 विदेशी एवं 65 भारतीयों सहित कुल 156 वक्ता सम्बोधित करेंगे।

आईडीएफ डब्ल्यूडीएस 2022 को दुनिया भर से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। 50 देशों से लगभग 1433 प्रतिभागियों ने सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए नामांकन किया है। अमेरिका (29), फ्रांस (36), जर्मनी (25), कनाडा (15) और बेल्जियम(12) से बड़ी संख्या में भागीदारी के लिए पंजीकरण प्राप्त हुए हैं। 

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