वैश्विक अनाज उत्पादन इस साल 2021 के रिकॉर्ड स्तर पर रहने का एफएओ ने जताया अनुमान

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) ने चालू कैलेंडर वर्ष 2023 में वैश्विक अनाज उत्पादन में पिछले वर्ष की तुलना में 0.9 फीसदी वृद्धि का अनुमान जताया है। शुक्रवार को जारी अपने ताजा अनुमान में एफएओ ने हालांकि जुलाई में जताए गए अनुमान में 40 लाख टन की कटौती कर दी है। इसके बावजूद इस साल 281.50 करोड़ टन अनाज उत्पादन का अनुमान है। यह 2021 के रिकॉर्ड उत्पादन के बराबर है।

वैश्विक अनाज उत्पादन इस साल 2021 के रिकॉर्ड स्तर पर रहने का एफएओ ने जताया अनुमान
जुलाई के पूर्वानुमान में एफएओ ने की कटौती।

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) ने चालू कैलेंडर वर्ष 2023 में वैश्विक अनाज उत्पादन में पिछले वर्ष की तुलना में 0.9 फीसदी वृद्धि का अनुमान जताया है। शुक्रवार को जारी अपने ताजा अनुमान में एफएओ ने हालांकि जुलाई में जताए गए अनुमान में 40 लाख टन की कटौती कर दी है। इसके बावजूद इस साल 281.50 करोड़ टन अनाज उत्पादन का अनुमान है। यह 2021 के रिकॉर्ड उत्पादन के बराबर है।

एफएओ ने अपने अनुमान में वैश्विक गेहूं उत्पादन में 2022 की तुलना में 2.6 फीसदी गिरावट आने की संभावना जताई है, जबकि मोटे अनाज का कुल उत्पादन 2.7 फीसदी बढ़ने का अनुमान लगाया है। ब्राजील और यूक्रेन में बेहतर पैदावार से मक्का उत्पादन 121.50 करोड़ टन के नए रिकॉर्ड पर पहुंचने की संभावना एफएओ ने जताई है। इसी तरह, चावल उत्पादन भी पिछले साल के मुकाबले 1.1 फीसदी रहने का अनुमान है।

एफएओ ने वैश्विक गेहूं उत्पादन के ताजा अनुमान में जुलाई के पूर्वानुमान के मुकाबले 22 लाख टन की कटौती की है। अब इस साल 78.11 करोड़ टन गेहूं उत्पादन का अनुमान लगाया गया है। कनाडा और यूरोपीय संघ के देशों में सूखे की स्थिति की वजह से गेहूं का उत्पादन घटने की संभावना है। इसे देखते हुए ही जुलाई के पूर्वानुमान में कटौती की गई है। एफएओ ने चीन के गेहूं उत्पादन का पूर्वानुमान भी घटा दिया है। हालांकि इसमें कम कटौती की गई है क्योंकि चीन के प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में भारी बारिश से उपज की संभावनाएं कम हो गई हैं। इसकी तुलना में अमेरिका, भारत और यूक्रेन के सरकारी आंकड़ों में उत्पादन बढ़ने के संकेत को देखते हुए एफएओ ने भी अपने अनुमान में वृद्धि की है।

जहां तक ​​चावल की बात है तो एफएओ ने 2023-24 के अनुमान में 5,00,000 टन की कटौती की है और इसे 52.32 करोड़ टन कर दिया है जो 2022-23 के निचले स्तर से 1.1 फीसदी ऊपर है। इंडोनेशिया और थाईलैंड में बुवाई का रकबा घटने और अनियमित बारिश एवं सिंचाई के लिए पानी की कम आपूर्ति होने से पैदावार प्रभावित होने की संभावना है। वहीं चीन के उत्तर-पूर्वी प्रांतों में सामान्य से ज्यादा बारिश और बाढ़ ने चावल उत्पादन की उम्मीदों को कम कर दिया है।

मोटा अनाज के उत्पादन अनुमान में भी एफएओ ने 13 लाख टन की कटौती कर दी है। इसके बावजूद इसमें सालाना आधार पर 2.7 फीसदी वृद्धि के साथ 151.10 करोड़ टन बढ़ोतरी का अनुमान लगाया गया है। जबकि  जौ के उत्पादन में 5.6 फीसदी की कमी आने का ताजा अनुमान है। इस साल जौ का उत्पादन 14.38 करोड़ टन रहने का पूर्वानुमान एफएओ ने लगाया है जो जुलाई के पूर्वानुमान के मुकाबले 29 फीसदी कम है। यूरोपीय संघ और कनाडा में फसल की स्थिति और उपज में गिरावट को देखते हुए जौ उत्पादन अनुमान को घटाया गया है। जबकि कनाडा, यूरोपीय संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका में बुवाई घटने की वजह से जई (ओट) का उत्पादन घटकर 11 साल के निचले स्तर 2.31 करोड़ टन रहने का अनुमान है। इसकी तुलना में एफएओ ने विश्व मक्का उत्पादन अनुमान में 36 लाख टन की वृद्धि की है। 2023 में 121.50 करोड़ टन मक्का का उत्पादन होने का अनुमान है जो एक रिकॉर्ड है। ब्राजील और यूक्रेन में बेहतर फसल से मक्का की पैदावार ज्यादा होने की संभावना जताई गई है।

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