बायोप्राइम एग्रीसॉल्यूशंस को मिला सर्वश्रेष्ठ बायोएजी स्टार्टअप अवार्ड

अत्याधुनिक दृष्टिकोणों का इस्तेमाल कर जैविक विकास पर उन्नत कार्य के लिए बायोप्राइम को शीर्ष स्थान पर रखा गया। इसमें अणु (मॉलिक्यूल) और सूक्ष्म जीवों की खोज, नए प्लेटफॉर्म का निर्माण और नई तकनीकों को विकसित करना शामिल है। इसके अलावा बायोप्राइम को ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित होने वाले प्रसिद्ध बायोएजी वर्ल्ड कांग्रेस में आमंत्रित किया गया है। कंपनी को इनोवेटर अवार्ड के लिए नामांकित भी किया गया है। यह अवार्ड कृषि जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नवाचार के लिए प्रतिष्ठित वैश्विक मान्यता है।

बायोप्राइम एग्रीसॉल्यूशंस को मिला सर्वश्रेष्ठ बायोएजी स्टार्टअप अवार्ड
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से सर्वश्रेष्ठ बायोएजी स्टार्टअप अवार्ड लेती बायोप्राइम की टीम।

पुणे स्थित एग्री स्टार्टअप बायोप्राइम एग्रीसॉल्यूशंस को सर्वश्रेष्ठ बायोएजी स्टार्टअप पुरस्कार से नवाजा गया है। नई दिल्ली में आयोजित प्रतिष्ठित बायोएजी इंडिया सम्मेलन में शीर्ष वैश्विक और भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनियों की मौजूदगी में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बायोप्राइम को यह पुरस्कार दिया।

अत्याधुनिक दृष्टिकोणों का इस्तेमाल कर जैविक विकास पर उन्नत कार्य के लिए बायोप्राइम को शीर्ष स्थान पर रखा गया। इसमें अणु (मॉलिक्यूल) और सूक्ष्म जीवों की खोज, नए प्लेटफॉर्म का निर्माण और नई तकनीकों को विकसित करना शामिल है।

इसके अलावा बायोप्राइम को ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित होने वाले प्रसिद्ध बायोएजी वर्ल्ड कांग्रेस में आमंत्रित किया गया है। कंपनी को इनोवेटर अवार्ड के लिए नामांकित भी किया गया है। यह अवार्ड कृषि जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नवाचार के लिए प्रतिष्ठित वैश्विक मान्यता है। बायोप्राइम की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई है।

इस अवार्ड के लिए पूरी दुनिया में केवल 12 कंपनियों का चयन किया गया है। बायोप्राइम इस पुरस्कार के लिए नामांकित होने वाली पहली भारतीय स्टार्टअप है। तकनीक निर्माण के लिए भारत लौटे जापान के शोधकर्ता डॉ. राहुल जोग इस अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में बायोप्राइम का प्रतिनिधित्व करेंगे। बायोप्राइम का काम न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर भारतीय कृषि जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान के क्षेत्र में रौशन कर रहा है।

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पुरस्कार और नामांकन के बारे में बायोप्राइम एग्रीसॉल्यूशंस प्रा. लि. की सीईओ डॉ. रेणुका ने कहा, "भारत और वैश्विक स्तर पर बायोएजी में अपनी पहचान बनाना बहुत गर्व की बात है। बायोप्राइम इस बात का उदाहरण है कि अकादमिक शोधकर्ता कैसे बदलाव और व्यावसायिक रूप से सफल प्रौद्योगिकियां और उत्पाद का निर्माण कर सकते हैं। देश में बदलते परिवेश, बीआईआरएसी जैसे सरकारी फंड की उपलब्धता और वेंचर सेंटर जैसे इन्क्यूबेटरों के लिए मैं धन्यवाद देती हूं।"

उन्होंने कहा, "हम दुनिया के लिए भारत में अत्याधुनिक तकनीक का निर्माण करने और जलवायु परिवर्तन, प्रतिरोध निर्माण, अवशेषों और खराब पोषण गुणवत्ता जैसी कृषि क्षेत्र की  सबसे प्रासंगिक चुनौतियों का समाधान करने पर बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं।"

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बायोएजी वर्ल्ड कांग्रेस एग्रीकल्चरल बायोटेक विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और इस क्षेत्र की कंपनियों के शीर्ष लोगों की सबसे बड़ी वार्षिक वैश्विक बैठकों में से एक है। यह इस क्षेत्र में नवीनतम प्रगति को प्रदर्शित करने, वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा करने और सबसे अधिक दबाव वाले मुद्दों को हल करने के लिए सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान करता है। साथ ही यह प्रतिभागियों को सीखने, ज्ञान साझा करने और आपसी संबंध मजबूत करने के लिए प्रस्तुतियों, प्रदर्शनों और नेटवर्किंग के अवसरों की सुविधा प्रदान करती है।

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