आयोटेक वर्ल्ड का साल 2022-23 के दौरान 1,000 से अधिक  किसान ड्रोन बेचने का लक्ष्य़

आयोटेक वर्ल्ड एविगेशन प्राइवेट लिमिटेड चालू वित्त वर्ष में 2022-23 के दौरान 1,000 से अधिक  किसान ड्रोन बेचने और किसान ड्रोन बाजार में  बाजार शेयर का बड़ा  हिस्सा हासिल करना है। साल 2025-26 तक किसान ड्रोन बाजार के 5,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है

आयोटेक वर्ल्ड का साल  2022-23 के दौरान 1,000 से अधिक  किसान ड्रोन बेचने का लक्ष्य़

ड्रोन उद्योग में विकास की अपार संभावनाओं को देखते हुए, प्रमुख कृषि ड्रोन निर्माता कंपनी आयोटेक वर्ल्ड एविगेशन प्राइवेट लिमिटेड ने चालू वित्त वर्ष  2022-23 के दौरान 1,000 से अधिक  किसान ड्रोन बेचने और किसान ड्रोन बाजार में बड़ा हिस्सा हासिल करने का लक्ष्य रखा है। किसान ड्रोन बाजार के 2025-26 तक 5,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।

आयोटेक वर्ल्ड एविगेशन प्रा.लिमिटेड के सह-संस्थापक दीपक भारद्वाज ने बताया कि उनकी कंपनी भारत की पहली प्रमाणित ड्रोन निर्माता कंपनी है और हम फंड जुटाने के लिए निवेशकों से बातचीत कर रहे हैं, जिसका इस्तेमाल इसके विस्तार के लिए किया जाएगा। पिछले साल कंपनी ने एग्रोकेमिकल कंपनी धानुका एग्रीटेक से करीब 30 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटायी थी। कंपनी को ड्रोन और ड्रोन कंपोनेंट्स के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम के लिए चुना गया है।आयोटेक वर्ल्ड एविगेशन का प्रमुख ड्रोन ‘एग्रीबोट’ एक मल्टी-परपज़ किसान ड्रोन है, जो छिड़काव, बीज फैलाने और फसलों की सेहत पर निगरानी रखने में कारगर है।

आयोटेक वर्ल्ड एविगेशन प्रा.लिमिटेड के सह-संस्थापक अनूप उपाध्याय ने बताया कि उनकी कंपनी ड्रोन में काम आने वाले अधिकांश उपकरणों को एक से दो  साल के भीतर स्वदेशी बनाने के लिए काम कर रही है। कंपनी ने कृषि में ड्रोन के लाभों के बारे में किसानों को शिक्षित करने के लिए कई अभियान और 15000 किलोमीटर के ड्रोन टूर का आयोजन किया है। रोजगार को बढ़ावा देने के लिए आयोटेक वर्ल्ड एविगेशन ग्रामीण स्तर पर उद्यमियों और सेवा भागीदारों का विकास कर रहा है। उन्होंने बताया कि कंपनी के 12 राज्यों में केंद्र हैं जो किसानों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करते हैं। एक नया उद्यमी भी एग्री इंफ्रा फंड के तहत ऋण का लाभ उठा सकता है।

 कंपनी के सहस्थापकों का कहना था कि आयोटेक वर्ल्ड द्रास मॉडल मोबाइल ऐप लॉन्च किया है जो नए उद्यमियों को आर्डर हासिल करने में मदद करता है। छोटे और सीमांत किसानों को भी अपनी सेवाएं प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि  कंपनी ने एक बाइक बैक ड्रोन मॉडल और नई लिथियम आयन बैटरी लॉन्च की है जो ड्रोन की परिचालन लागत को कम करती है और ड्रोन की गतिशीलता को बढ़ाती है।

 दीपक ने बताया कि कंपनी विभिन्न राज्य सरकारों के साथ RPTO (रिमोट पायलट ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन) खोल रही है। इससे पीआईएल  लाइसेंस कोर्स बेहद कम कीमत पर उपलब्ध हो जाएगा। उन्होने कहा कि कई केवीके, आईसीएआर संस्थानों और राज्य कृषि विश्वविद्यालयों ने ड्रोन खरीदे हैं और अब हम उन्हें सक्षम कर रहे हैं ताकि वह डेमो देकर किसानों को शिक्षित कर सकें।

इन कंपनी के पदाधिकारियों का कहना है कि कंपनी किसान मित्रों के लिए बहुभाषी यूजर इंटरफेस (हिंदी, पंजाबी, तेलुगु, मराठी, तमिल, कन्नड़ आदि) प्रदान करती है ताकि वह इसका आसानी से उपयोग कर सकें। उन्होंने कहा कि किसान आसानी से ड्रोन अपनाएं इसके लिए सरकार उन्हें 40-100 फीसदी सब्सिडी दी जाती है। आयोटेक वर्ल्ड नेविगेशन ने मध्य प्रदेश सहित कई राज्य सरकारों के साथ करार किया है।  उन्होने बताया कि हाल ही में फिक्की-ईवाय द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक 2030 तक ड्रोन का बाज़ार 30 बिलियन डॉलर के आंकड़े तक पहुंच जाएगा। एक अनुमान के अनुसार कृषि ड्रोन का बाज़ार कुल ड्रोन बाज़ार में तकरीबन 30 फीसदी योगदान देता है। 

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