सीसीई के लिए विश्व बैंक पोषित अपार्ट संस्था ने लीड्स कनेक्ट से किया करार

असम सरकार ने विश्व बैंक  की मदद से चल रही परियोजना  असम एग्रीबिजनेस एंड रूरल ट्रांसफॉर्मेशन प्रोजेक्ट (अपार्ट) के लिए नोएडा की एक एग्रीटेक कंपनी लीड्स कनेक्ट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड को 23 जिलों में शुरुआती तौर पर क्राप कटिंग एक्सप्रीमेंट (सीसीई ) कार्य करने के लिए शासनादेश जारी किया है  असम  सरकार को  राज्य में कृषि सेक्टर को बढ़ावा देने और उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को तकनीक के उपयोग के लिए बढ़ावा देने के लिए विश्व बैंक से पैसा मिला है

सीसीई के लिए विश्व बैंक पोषित अपार्ट संस्था ने लीड्स कनेक्ट से किया करार

नोएडा , 6 अगस्त, 2021

असम सरकार ने विश्व बैंक  की मदद से चल परियोजना  असम एग्रीबिजनेस एंड रूरल ट्रांसफॉर्मेशन प्रोजेक्ट (अपार्ट) के लिए नोएडा की एक एग्रीटेक कंपनी लीड्स कनेक्ट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड को 23 जिलों में शुरुआती तौर पर क्राप कटिंग एक्सप्रीमेंट (सीसीई ) कार्य करने के लिए शासनादेश जारी किया है असम सरकार को  राज्य में कृषि सेक्टर को बढ़ावा देने और उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को तकनीक के उपयोग के लिए बढ़ावा देने के लिए विश्व बैंक से पैसा है। अपार्ट को असम सरकार ने भारत सरकार के माध्यम से 2018 में लान्च किया था।

सासीई कार्य की  जिम्मेदारी  मिलने पर लीड्स कनेक्ट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक नवनीत रविकर ने कहा  है कि एक संस्थान के तौर पर असम के विभिन्न जोन में सीसीई करने का शासनादेश मिलना हमारे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है और हम इस प्रोजेक्ट को सफलतापूर्वक करने के लिए बहुत  उत्साहित और तैयार हैं। उन्होंने आगे कहा, खाद्य सुरक्षा के मुद्दों से निपटने के लिए जलवायु अनुकूल कृषि के उपायों और ढांचों को विकसित करना अनिवार्य है। इसलिए भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसी उन्नत तकनीक के साथ-साथ क्षेत्र का समग्र विश्लेषण भी बहुत जरूरी है।जिसको संस्था शोध इकाई जलवायु अनुकूल कृषि और आपदा प्रबंधन को देखते हुए इस अवसर का उपयोग अपने शोध और विकास की गतिविधियों को आगे बढ़ाने में भी करेगी क्योंकि ये पहलू आज के समय की जरूरत हैं।

रिमोट सेंसिंग और जीआईएस, न्युमेरिकल मॉडलिंग, आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस (एआई) और डाटाएनालिटिक्स फ्रेमवर्क जैसी अपनी अपनी अत्याधुनिक तकनीकों के माध्यम से असम सरकार द्वारा कराई जा रही सीसीई का सह-विश्लेषण करेगा। शुरुआती शोध सितंबर 2021 में शुरू होकर 2021 खरीफ मौसम में पूरी हो जाएगी। एग्रीटेक इस समय देश के 100 से ज्यादा जिलों में विभिन्न परियोजनाओं पर काम कर रही है और अपनी फील्ड टीम और सुसज्जित शोध प्रयोगशाला पूरे भारत में उपस्थित है।

लीड्स कनेक्ट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड मुख्य रूप से कृषि-तकनीक पर फोकस वाली एक विश्लेषण कंपनी है जो डाटा विश्लेषण और मॉडलिंग, जोखिम प्रबंधन और वित्तीय सेवाओं का काम करती है। इसका उद्देश्य  टिकाऊ, मापनीय और लाभदायक कृषि-व्यवसाय पारिस्थितिकी तंत्र को सक्षम करने के लिए कृषि मूल्य श्रृंखला को जोड़ना है। इसके आलावा यह कम्पनी जलवायु और जोखिम, लैंडस्केप, जैव-विविधता, शहर और भू-स्थानिक से संबंधित शोध और विकास आधारित विश्लेषण में भी काम करतीहै।ली ड्स कनेक्ट ने क्रोप कटिंग एक्सपेरिमेंट्स (सीसीई), रिमोट सेंसिंग आधारित फसल स्वास्थ्य निगरानी, फसल का रकबा, फसल उपज अनुमान, जोखिम और दावा प्रबंधन सेवा से लेकर विभिन्न  केंद्रीय और राजकीय संस्थाओं, बीमा कंपनियों और पुनर्बीमा कंपनियों के साथ काम किया है। इसके साथ ही कंपनी ने तकनीक का उपयोग करते हुए जीपी स्तर की उपज अनुमान से संबंधित सभी प्रोजेक्ट किए हैं। इसने जीपी स्तर पर उपज अनुमान के लिए मशीन लर्निंग एल्गोरिद्म और सैटेलाइटरिमोट सेंसिंग एनालिटिक्स का उपयोग किया है। ये कंपनी वर्तमान में नाबार्ड की सहयोगी कंपनी नेबाकान के लिए देशभर में 100 जिलों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए सीसीई कर रही है।

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