गेहूं उत्पादन और निर्यात में गिरावट से रूसी अनाज क्षेत्र में गहराया संकट, किसान सूरजमुखी की ओर कर रहे रुख
रूस का अनाज क्षेत्र गेहूं उत्पादन में गिरावट और निर्यात में कमी के कारण संकट का सामना कर रहा है। पिछले पांच वर्षों में 35,000 से ज्यादा किसान ऊंचे निर्यात शुल्क, बढ़ती लागत और रूबल के अवमूल्यन की मार झेलते हुए दिवालिया हो चुके हैं। बाजार एकीकरण और युद्ध संबंधी अनिश्चितताएं स्थिति को और बिगाड़ रही हैं। निर्यात की मात्रा में भी भारी गिरावट आई है, जिससे दीर्घकालिक विकास को खतरा है। परेशान किसान अब सूरजमुखी की खेती की ओर रुख कर रहे हैं।

रूस का अनाज क्षेत्र पिछले तीन वर्षों से गंभीर संकट से जूझ रहा है। गेहूं उत्पादन में भारी गिरावट आई है और निर्यात भी गिरा है। पिछले पांच वर्षों में लगभग 35,000 अनाज किसान दिवालिया हो चुके हैं, जो पूरे क्षेत्र में बढ़ते वित्तीय दबाव को दर्शाता है। यह संकट लंबे समय से जारी निर्यात शुल्क, सख्त कोटा मानदंड और लगातार चुनौतीपूर्ण प्रतिस्पर्धी माहौल के संयोजन से उपजा है। मूल रूप से घरेलू खाद्य कीमतों को स्थिर करने के लिए COVID-19 महामारी के दौरान एक अस्थायी उपाय के रूप में पेश किया गया निर्यात शुल्क अभी तक लागू है। वर्ल्ड ग्रेन की एक रिपोर्ट के अनुसार उद्योग निकायों की तरफ से शुल्क को संशोधित करने या हटाने की मांग के बावजूद इस दिशा में कदम नहीं उठाए जाने से उत्पादकों पर भारी वित्तीय बोझ बढ़ रहा है।
वर्ष 2024 में अनाज निर्यात शुल्क से सरकार को अनुमानित 133.9 अरब रूबल (1.60 अरब डॉलर) प्राप्त हुए। इसका 2025 का अनुमान 187 अरब रूबल (2.37 अरब डॉलर) से अधिक का है। पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों और वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की गिरती कीमतों के बीच यह एक महत्वपूर्ण राजस्व स्रोत बन गया है।
निर्यात शुल्क के अलावा, किसानों को भारी उत्पादन लागत का भी सामना करना पड़ रहा है। पिछले एक साल में ईंधन, ऊर्जा और उर्वरक की बढ़ती कीमतों के कारण उनकी लागत 20% बढ़ गई है, जबकि थोक अनाज की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। असामान्य रूप से मजबूत रूसी रूबल ने घरेलू कीमतों को और दबाने का काम किया है, जिससे रूसी अनाज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कम प्रतिस्पर्धी हो गया है। बाजार कंसोलिडेशन ने भी समस्या को बढ़ाया है। अज़ोव-काला सागर बेसिन से लगभग 80% निर्यात अब केवल पांच कंपनियों के नियंत्रण में है, जबकि 2020 में यह संख्या 15 थी।
अनेक किसान गेहूं की खेती पूरी तरह से छोड़ रहे हैं और सूरजमुखी तथा अन्य लाभदायक फसलों की ओर रुख कर रहे हैं। हालांकि इस बदलाव के अपने जोखिम हैं, जिनमें मिट्टी के पोषक तत्वों की कमी और एकल-फसल पद्धतियों के कारण कीटों और बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशीलता शामिल हैं। सरकार द्वारा प्रचारित फसल बीमा पहलों को सीमित समर्थन मिला है, क्योंकि किसान वास्तव में उनके प्रभाव को लेकर संशय में हैं।
2025 के बुवाई के आंकड़ों से पता चलता है कि वसंत मौसम के गेहूं के रकबे में भारी गिरावट आई है और यह 118 लाख हेक्टेयर रह गया है। यह एक दशक में सबसे कम है। कुछ क्षेत्र वैकल्पिक फसलों के बदले गेहूं की खेती को पूरी तरह से छोड़ने की योजना बना रहे हैं। कुल गेहूं उत्पादन में मामूली वृद्धि, 828 लाख टन के सरकारी अनुमानों के बावजूद उद्योग सूत्रों ने चेतावनी दी है कि यह संभव नहीं है, क्योंकि अनेक किसानों ने पैसे बचाने के लिए उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग कम कर दिया है।
संकट ने संबंधित क्षेत्रों को भी प्रभावित किया है। 2024 में कृषि मशीनरी की बिक्री में भारी गिरावट आई। रोस्टसेलमाश जैसी कंपनियों ने केवल 3,900 अनाज हार्वेस्टर बेचे, जो एक दशक में सबसे कम है। कृषि उपकरणों की मांग कमजोर बनी हुई है, कुछ निर्माता अतिरिक्त सरकारी सहायता की मांग कर रहे हैं और कम बिक्री के कारण कर्मचारियों की संख्या घटाने पर विचार कर रहे हैं।
निर्यात में भी भारी गिरावट आई है। मई 2025 में रूस ने केवल 18 देशों को अनाज निर्यात किया, जो पिछले वर्ष के 50 देशों का एक-तिहाई है। इस सीजन में गेहूं का निर्यात पिछले वर्ष के 550 लाख टन से घटकर लगभग 410 लाख टन रहने का अनुमान है। इससे वैश्विक निर्यात में रूस की हिस्सेदारी 28% से घटकर 22% रह जाएगी।
भविष्य की बात करें तो रूस ने 2030 तक उत्पादन 17 करोड़ टन और निर्यात 8 करोड़ टन तक पहुंचाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। लेकिन हालात को देखते हुए यह लक्ष्य खतरे में दिखाई देता है। उद्योग पर्यवेक्षकों का सुझाव है कि इस क्षेत्र को स्थिर करने के लिए निर्यात शुल्क में संशोधन, ब्याज दरों में कमी और निवेशकों का विश्वास बहाल करने के लिए यूक्रेन के साथ एक अस्थायी युद्धविराम या शांति समझौता करना आवश्यक होगा। भू-राजनीतिक तनावों के बीच रूसी अनाज बाजार विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगर नीतिगत हस्तक्षेप लागू नहीं किए गए तो आने वाले महीनों में संकट और गहरा सकता है।