धानुका एग्रीटेक का शुद्ध मुनाफा जनवरी-मार्च तिमाही में 20.3 फीसदी बढ़कर 65.31 करोड़ रुपये पर पहुंचा

वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का राजस्व 1700.22 करोड़ रुपये रहा है। यह वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में 15.1 फीसदी ज्यादा है। 2021-22 में कंपनी का राजस्व 1477.78 करोड़ रुपये रहा था। बयान में बताया गया है कि वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 208.78 करोड़ रुपये रहा था जो 2022-23 में बढ़कर 233.51 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।

धानुका एग्रीटेक का शुद्ध मुनाफा जनवरी-मार्च तिमाही में 20.3 फीसदी बढ़कर 65.31 करोड़ रुपये पर पहुंचा
धानुका एग्रीटेक के मैनेजिंग डायरेक्टर एमके धानुका।

एग्री-इनपुट कंपनी धानुका एग्रीटेक के शुद्ध मुनाफे में वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में 20.3 फीसदी की वृद्धि हुई है। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी को 65.31 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है। जबकि पूरे वित्त वर्ष के मुनाफे में 11.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और यह 233.51 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।

धानुका ग्रुप की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का राजस्व 1700.22 करोड़ रुपये रहा है। यह वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में 15.1 फीसदी ज्यादा है। 2021-22 में कंपनी का राजस्व 1477.78 करोड़ रुपये रहा था। बयान में बताया गया है कि वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 208.78 करोड़ रुपये रहा था जो 2022-23 में बढ़कर 233.51 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।

धानुका एग्रीटेक ने 'बायोलॉजिक' (BiologiQ) उत्पाद श्रृंखला के लॉन्च के साथ कृषि-जैविक क्षेत्र में भी उतरने की घोषणा की। कंपनी ने बायोलॉजिक के तीन उत्पाद 'वाइटएक्स' (Whiteaxe) जैविक कीटनाशक, डाउनिल’ (Downil) जैविक फफूंदीनाशक और 'स्पोरनिल' (Sporenil) जैविक कीटनाशक लॉन्च किए गए हैं। बायोलॉजिक दीर्घकालीन समाधानों की एक ऐसी श्रृंखला है जिसे पारंपरिक विज्ञान और नवीनतम कृषि तौर-तरीकों के मिश्रण से तैयार किया गया है।

बायोलॉजिक फसल सुरक्षा, मृदा स्वास्थ्य और पेड़-पौधों के लिए पोषण उत्पादों की व्यापक श्रेणी है जिसे प्रकृति से लिया गया है। फसल और मिट्टी से जुड़े भरपूर परिणाम के लिए एकीकृत पेस्ट एवं पोषण प्रबंधन (आईपीएनएम) के तहत बायोलॉजिक उत्पादों का अकेले या परंपरागत रासायनिक उत्पादों के साथ उपयोग किया जा सकता है। बायोलॉजिक पोर्टफोलियो विभिन्न प्रकार से प्रतिरोध, अवशेष, पुनरुत्थान और मिट्टी जीर्णोद्धार प्रबंधन को संभव करता है जिससे फसल की पैदावार ज्यादा होने के साथ-साथ खेत की उत्पादकता में भी वृद्धि होती है।

वाइटएक्स सफेद कीड़े, दीमक और छेदकों के लिए एक जैविक समाधान है। जबकि ‘डाउनिल’ कोमल फफूंदी के लिए जैविक समाधान है। ‘डाउनिल’ बीजाणु अंकुरण और बीमारी फैलाने वाले प्लांट रोगजनकों (प्लांट पैथोजन्स) को रोकता है। यह एंटीबायोटिक उत्पन्न करता है जो फंगल रोगजनकों की या तो वृद्धि रोक देती है या फिर उन्हें खत्म कर देती है। इसी तरह, 'स्पोरनिल' मुर्झाने, सड़ने और कम नमी जैसी विकृतियों के लिए जैविक समाधान है। स्पोरनिल 'ट्राईकोडर्मा हर्ज़ीयानम' नामक जैविक कंट्रोल एजेंट है जिसे रोगाणुओं के खिलाफ इस्तेमाल किया जाता है।   

धानुका समूह के मैनेजिंग डायरेक्टर एमके धानुका ने बायोलॉजिक के बारे में कहा, "हम जैविक-कृषि क्षेत्र में वाइटएक्स, ‘डाउनिलऔर स्पोरनिल तीन जैविक उत्पादों को लॉन्च कर रहे हैं। वैश्विक स्तर पर यह क्षेत्र काफी तेजी से बढ़ रहा है। भारत में भी इनकी अच्छी-खासी मांग है। आने वाले समय में हम बायोलॉजिक श्रृंखला में और भी जैविक उत्पाद लॉन्च करेंगे।" धानुका एग्रीटेक के मार्केटिंग प्रमुख मनोज वार्ष्णेय ने कहा कि रासायानिक पदार्थों के भरपूर इस्तेमाल के कारण कीट-पतंगों में जो प्रतिरोधक क्षमता पैदा हो गई है उसके समाधान में यह सहायक है।

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