रूरल वॉयस की दूसरी वर्षगांठ पर एग्रीकल्चर कॉन्क्लेव शुरू, पहले सत्र में एमएसपी पर चर्चा

कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर केंद्रित डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म रूरल वॉयस की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर रूरल वॉयस एग्रीकल्चर कानक्लेव एंड नेकॉफ अवॉर्ड्स 2022 का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार की सुबह दीप प्रज्वलन के बाद पैनल डिस्कशन शुरू हुआ। पहला सत्र न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर था

रूरल वॉयस की दूसरी वर्षगांठ पर एग्रीकल्चर कॉन्क्लेव शुरू, पहले सत्र में एमएसपी पर चर्चा

कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर केंद्रित डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म रूरल वॉयस की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर रूरल वॉयस एग्रीकल्चर कानक्लेव एंड नेकॉफ अवॉर्ड्स 2022 का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार की सुबह दीप प्रज्वलन के बाद पैनल डिस्कशन शुरू हुआ। पहला सत्र न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर था। इस विषय पर चर्चा में पैनलिस्ट के तौर पर नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद, नेशनल प्रोडक्टिविटी काउंसिल के डीजी और आईएएस संदीप कुमार नायक, पूर्व कृषि सचिव सिराज हुसैन, एमएसपी कमेटी के सदस्य और इंस्टीट्यूट आफ इकोनॉमिक ग्रोथ के प्रो. सीएससी शेखर ने भाग लिया।

किसान दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में पूरे दिन परिचर्चा होगी। रूरल वॉयस के इस कॉन्क्लेव का एक और आकर्षण इस प्लेटफॉर्म पर प्रकाशित और अप्रकाशित चुनिंदा लेखों की पत्रिका का लोकार्पण भी है। इस पत्रिका में कृषि और संबंधित क्षेत्र से जुड़े देश के मशहूर विशेषज्ञों के लेख होंगे। कॉन्क्लेव की मुख्य थीम है- कृषि समुदाय और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की संपन्नता के लिए टेक्नोलॉजी और मार्केटिंग किस तरह सबसे महत्वपूर्ण कारक हैं।

कॉन्क्लेव में विशेषज्ञों के साथ चर्चा के चार सत्र तय किए गए हैं। इन सत्रों का विषय है- लीगल एमएसपी और इसका असर- केंद्र और राज्य सरकारों की भूमिकाएं; कृषि समुदाय की संपन्नता में कोऑपरेटिव, एग्रीकल्चर स्टार्टअप और एफपीओ की भूमिका; न्यू एज एग्रीकल्चरल मार्केटिंग- फ्यूचर एवं ऑप्शन तथा इलेक्ट्रॉनिक ट्रेनिंग; कृषि विकास और किसानों की आमदनी बढ़ाने में टेक्नोलॉजी की भूमिका।

इस चर्चा में मंत्रियों, अधिकारियों, कृषि वैज्ञानिकों, अर्थशास्त्रियों और नीति विशेषज्ञों के साथ बड़ी संख्या में किसानों भाग ले रहे हैं। अन्य विषयों पर चर्चा में पैनलिस्ट के तौर पर नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद, नेशनल प्रोडक्टिविटी काउंसिल के डीजी और आईएएस संदीप कुमार नायक, पूर्व कृषि सचिव सिराज हुसैन, एमएसपी कमेटी के सदस्य और इंस्टीट्यूट आफ इकोनॉमिक ग्रोथ के प्रो. सीएससी शेखर, कृभको के चेयरमैन चंद्रपाल सिंह, अमूल के एमडी डॉ. आर एस सोढ़ी, सहकार भारती के प्रेसिडेंट डॉ. डीएन ठाकुर, भारत कृषक समाज के चेयरमैन अजयवीर जाखड़, ओमनीवोर के पार्टनर सुभदीप सान्याल हिस्सा ले रहे हैं।

अन्य विशेषज्ञों में एनएफसीएसएफ लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रकाश नायकनवरे, इफको के डायरेक्टर मार्केटिंग योगेंद्र कुमार, एमसीएक्स एग्री कमोडिटी के प्रमुख टीवीके चैतन्य, आर्य.एजी के सीईओ तथा सह-संस्थापक प्रसन्ना राव, तास के चेयरमैन तथा आईसीएआर के पूर्व महानिदेशक डॉ. आरएस परोदा, नास के चेयरमैन तथा आईसीएआर के पूर्व महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्र, एमसीएक्स के चेयरमैन तथा पूर्व नाबार्ड चेयरमैन डॉ. हर्ष कुमार भनवाला, डीसीएम श्रीराम लिमिटेड के शुगर बिजनेस के सीईओ और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रोशन लाल टामक तथा बायोप्राइम एग्री सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड की डायरेक्टर रेणुका दीवान शामिल हैं।

कॉन्प्लेक्स में चार अलग-अलग क्षेत्रों में पुरस्कार भी दिए जाएंगे। फिशरीज, पशुपालन और डेयरी राज्यमंत्री डॉ संजीव कुमार बालियान तथा इफको के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ यूएस अवस्थी विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करेंगे।

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