मध्य प्रदेश के साथ छत्तीसगढ़ और राजस्थान भी भाजपा की झोली में, कांग्रेस को सिर्फ तेलंगाना में बहुमत

पिछले महीने हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बड़ी कामयाबी मिली है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पार्टी की सरकार बनना तय है। कांग्रेस के हाथ से राजस्थान और छत्तीसगढ़ चला गया है। पार्टी के लिए संतोष की बात यह है कि तेलंगाना में उसे स्पष्ट बहुमत मिलता नजर आ रहा है। मिजोरम में वोटों की गिनती सोमवार को होगी।

मध्य प्रदेश के साथ छत्तीसगढ़ और राजस्थान भी भाजपा की झोली में, कांग्रेस को सिर्फ तेलंगाना में बहुमत

पिछले महीने हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को बड़ी कामयाबी मिली है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पार्टी ने बहुमत हासिल कर लिया है। दूसरी तरफ, कांग्रेस के हाथ से राजस्थान और छत्तीसगढ़ चला गया है। पार्टी के लिए संतोष की बात सिर्फ यह है कि तेलंगाना में उसे स्पष्ट बहुमत मिल गया है। चारों राज्यों में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही था। मिजोरम में वोटों की गिनती सोमवार को होगी।
मध्य प्रदेश की 230 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 116 सीटें चाहिए। रात 10 बजे की स्थिति के अनुसार भारतीय जनता पार्टी ने 158 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी थी और पांच सीटों पर उसे बढ़त हासिल थी। कांग्रेस 63 सीटों पर जीत चुकी थी और तीन सीटों पर आगे थी। बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी का खाता भी नहीं खुला। भारत आदिवासी पार्टी के खाते में एक सीट गई है। चुनाव आयोग के अनुसार राज्य में भाजपा को 48.55 प्रतिशत और कांग्रेस को 40.40 प्रतिशत वोट मिले हैं।
छत्तीसगढ़ की 90 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 46 सीटें चाहिए। यहां भाजपा 52 सीटों के साथ सरकार बनाने की स्थिति में है जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस सिर्फ 34 सीटों पर सिमट गई। रात 10 बजे की स्थिति के अनुसार भाजपा दो और कांग्रेस एक सीट पर आगे थी। एक सीट गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को मिली है। वोट प्रतिशत की बात करें तो भाजपा को 46.27 प्रतिशत और कांग्रेस को 42.23 प्रतिशत वोट मिले हैं।
राजस्थान की 200 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए 100 सीटें चाहिए, जबकि भाजपा 115 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है। सत्तारूढ़ कांग्रेस को 68 सीटों पर जीत मिली और एक सीट पर आगे थी। यहां भारत आदिवासी पार्टी को तीन, बसपा को दो, राष्ट्रीय लोकदल को एक, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को एक और निर्दलीयों को 8 सीटें मिली हैं। राज्य में भाजपा को 41.69 प्रतिशत और कांग्रेस को 39.53 प्रतिशत वोट मिले हैं। यहां एक प्रत्याशी की मौत के कारण एक सीट पर चुनाव टाल दिया गया था। 
119 सीटों वाली तेलंगाना विधानसभा में बहुमत के लिए 60 सीटें चाहिए। यहां कांग्रेस को 64 सीटों पर जीत मिली है। सत्तारूढ़ बीआरएस को 38, भाजपा को 8, एआईएमआईएम को 6 और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी को एक सीट पर जीत मिली है। रात 10 बजे की स्थिति के अनुसार बीआरएस और एआईएमआईएम एक-एक सीट पर आगे थी। यहां कांग्रेस को 39.40 प्रतिशत, बीआरएस को 37.35 प्रतिशत और भाजपा को 13.90 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए हैं।

तेलंगाना चुनाव में सबसे खास बात यह रही कि कामरेड्डी सीट पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार कटिपल्ली वेंकट रमन (ऊपर फोटो) ने मौजूदा मुख्यमंत्री केसीआर और कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के दावेदार रेवंत रेड्डी दोनों को हराया।

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