जी-20 के कृषि वैज्ञानिकों की तीन दिवसीय बैठक बनारस में, 17-19 अप्रैल तक कृषि क्षेत्र की प्राथमिकताओं पर करेंगे मंथन

होगी। इसे मीटिंग ऑफ एग्रीकल्चर चीफ साइंटिस्ट (एमएसीएस) नाम दिया गया है। इस मीटिंग का थीम इन्नोवेशन एंड टेकेनोलॉजी इंटरवेंशन फॉर एग्री फूड सिस्टम ट्रांसफोर्मेशन रखा गया है। यह बैठक फ्यूचर स्ट्रेटजी इन एरिया ऑफ ग्लोबल इंपोर्टेंस के लिए बुलाई गई है।

जी-20 के कृषि वैज्ञानिकों की तीन दिवसीय बैठक बनारस में, 17-19 अप्रैल तक कृषि क्षेत्र की प्राथमिकताओं पर करेंगे मंथन

कृषि पर जी-20 देशों के वैज्ञानिकों की तीन दिवसीय बैठक 17-19 अप्रैल को वाराणसी में होगी। इसे मीटिंग ऑफ एग्रीकल्चर चीफ साइंटिस्ट (एमएसीएस) नाम दिया गया है। इस मीटिंग का थीम इन्नोवेशन एंड टेकेनोलॉजी  इंटरवेंशन फॉर एग्री फूड सिस्टम ट्रांसफोर्मेशन रखा गया है। यह बैठक फ्यूचर स्ट्रेटजी इन एरिया ऑफ ग्लोबल इंपोर्टेंस के लिए बुलाई गई है।

इस बैठक में जी-20 के सभी देशों के प्रमुख कृषि वैज्ञानिक हिस्सा लेंगे। साथ ही विशेष आमंत्रित 12 गैर-सदस्य देशों के कृषि शोध संस्थानों के कई केंद्र के वैज्ञानिक भी इसमें शामिल होंगे। इस तरह कृषि आधारित बैठकों में 32 देशों के 80 कृषि वैज्ञानिक इस सम्मेलन में शामिल होंगे। इस बैठक में कृषि वैज्ञानिकों के अलावा जी-20 सदस्य देशों के वरिष्ठ अधिकारी एवं नीति निर्माता भी हिस्सा लेंगे जो कृषि, अनुसंधान एवं विकास प्राथमिकताओं पर भी चर्चा करेंगे। इस बैठक का जिम्मा डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च एंड एजुकेशन (डेअर) को दिया गया है।

रूरल वॉयस के सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में भारत की ओर से एक स्ट्रेटजी पेपर प्रस्तुत किया जाएगा जिसका जिम्मा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) को दिया गया है। इस बात की उम्मीद है कि भारत की ओर से यह प्रजेंटेशन देश के वरिष्ठतम कृषि वैज्ञानिकों में शुमार होने वाले वरिष्ठ वैज्ञानिक निभाएंगे। इसमें भारत में कृषि में हो रहे नवाचार और यहां के शोध, उपलब्धियां और भावी कदमों के बारे में जानकारी होगी।  

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