सोयाबीन के बाद चीन ने अमेरिका से गेहूं और ज्वार खरीदने का किया समझौता

चीन ने एक वर्ष से अधिक समय बाद अमेरिका से गेहूं और ज्वार (सोरघम) की खरीद फिर शुरू की है। यह कदम दोनों देशों के बीच कृषि व्यापार संबंधों में सुधार का संकेत है। हाल ही में चीन ने 1.2 करोड़ टन अमेरिकी सोयाबीन खरीदने की घोषणा भी की थी। नई खरीदारी व्यापार तनावों में कमी की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।

सोयाबीन के बाद चीन ने अमेरिका से गेहूं और ज्वार खरीदने का किया समझौता

मौजूदा साल के अंतिम दो महीनों में अमेरिका से 1.2 करोड़ टन सोयाबीन आयात करने की योजना की घोषणा के बाद चीन ने अमेरिका से गेहूं और ज्वार खरीदने के लिए भी समझौते किए हैं। पिछले एक साल से भी ज़्यादा समय में अमेरिका से गेहूं की उसकी पहली खरीद है। इसके तहत वह 1.2 लाख टन नरम और वसंत गेहूं की खरीद करेगा।

अमेरिका और चीन के बीच इस साल की शुरुआत से व्यापार युद्ध चल रहा है। इससे अमेरिका से चीन को कृषि उत्पादों की आपूर्ति में भारी कमी आई है। पिछले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई बैठक के बाद यह घोषणा की गई कि चीन 1.2 करोड़ टन सोयाबीन खरीदेगा। उसने अगले तीन वर्षों में प्रत्येक वर्ष कम से कम 2.5 करोड़ टन सोयाबीन खरीदने का वादा किया है। यह 2025-26 विपणन वर्ष में चीन द्वारा अमेरिकी सोयाबीन की पहली खरीद थी।

पिछले साल चीन ने किया था 20 लाख टन गेहूं का आयात
चीन ने 2024-25 में लगभग 20 लाख टन अमेरिकी गेहूं का आयात किया था। लेकिन बंपर फसल के बाद उसने इस सप्ताह की घोषणा तक चालू विपणन वर्ष में कोई गेहूं नहीं खरीदा था। अमेरिकी कृषि विभाग की विदेशी कृषि सेवा के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल चीन ने 14.01 करोड़ टन गेहूं उत्पादन का रिकॉर्ड बनाया था। इससे आयात घटकर 42 लाख टन रह गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 70% कम और छह वर्षों में सबसे कम है।

चीन ने ज्वार खरीद में भी अमेरिका के विकल्प तलाशे
ऐतिहासिक रूप से देखा जाए तो अमेरिका चीन का सबसे बड़ा ज्वार आपूर्तिकर्ता रहा है, लेकिन हाल के वर्षों में चीन ने ऑस्ट्रेलिया और अर्जेंटीना से अधिक ज्वार खरीदा है। इसका मुख्य कारण अमेरिका के साथ व्यापारिक तनाव है। चीन ने 2023-24 में अमेरिका से 56 लाख टन ज्वार खरीदा था, लेकिन उसके बाद इसमें बहुत कमी आई है।

कृषि संगठनों ने की सौदे की सराहना
अमेरिकी कृषि संगठनों ने दोनों देशों के बीच हालिया प्रगति पर सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अमेरिकी अनाज एवं जैव उत्पाद परिषद (यूएसजीबीसी) ने कहा, “हम ट्रंप प्रशासन की तरफ से चीन के साथ किए गए नए व्यापार समझौते से प्रसन्न हैं और इसे संभव बनाने के लिए किए गए सभी प्रयासों की सराहना करते हैं। चीन दशकों से अमेरिका के शीर्ष पांच व्यापारिक साझेदारों में से एक रहा है, और हमारे संबंध वैश्विक मूल्य श्रृंखला को लाभ पहुँचाते हैं।”

अमेरिका के नेशनल सोरघम प्रोड्यूसर्स (एनएसपी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टिम लस्ट ने कहा, "निर्यात हमारे उद्योग के लिए महत्वपूर्ण है। हालांकि हम चाहते हैं कि चीन के साथ कम से कम 50 लाख टन प्रति वर्ष न्यूनतम खरीद का समझौता किया जाए। इससे निरंतर, विश्वसनीय मांग सुनिश्चित होगी जो अमेरिकी ज्वार उत्पादकों के लिए दीर्घकालिक निश्चितता प्रदान करेगी।"

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