भारत का बागवानी उत्पादन 2.32 फीसदी बढ़ने का अनुमान, जारी नहीं हुआ प्याज का डेटा

भारत का बागवानी उत्पादन 2022-23 में 2.32 फीसदी बढ़कर 355.25 मिलियन टन तक पहुंचने का अनुमान है

भारत का बागवानी उत्पादन 2.32 फीसदी बढ़ने का अनुमान, जारी नहीं हुआ प्याज का डेटा

मौसम के बिगड़े मिजाज के बावजूद भारत का बागवानी उत्पादन 2022-23 में 2.32 फीसदी बढ़कर 355.25 मिलियन टन तक पहुंचने का अनुमान है। कृषि मंत्रालय ने वर्ष 2022-23 में विभिन्न बागवानी फसलों के क्षेत्रफल और उत्पादन का तीसरा अग्रिम अनुमान जारी किया है। वर्ष 2022-23 में बागवानी उत्पादन का अनुमान वर्ष 2021-22 (अंतिम) के 347.18 लाख टन की तुलना में लगभग 8.07 मिलियन टन अधिक है। नवीनतम अनुमान 351.92 मिलियन टन बागवानी उत्पादन के दूसरे अग्रिम अनुमान से भी लगभग एक फीसदी अधिक है। 

अभी तक कृषि मंत्रालय ने चालू सीजन 2023-24 की बागवानी फसलों के उत्पादन पर कोई अनुमान जारी नहीं किया गया है। हालिया आंकड़ों में सरकार ने प्याज का डेटा भी जारी नहीं किया है। संभवत: कीमतें बढ़ने के डर से प्याज उत्पादन का अनुमान सार्वजनिक नहीं किया। अनियमित बारिश और जलाशय स्तर में कमी के कारण जनवरी के पहले सप्ताह तक महाराष्ट्र और कर्नाटक के मुख्य उत्पादक क्षेत्रों में रबी (सर्दियों) प्याज की बुआई 20 फीसदी तक गिर गई थी। 2021-22 में प्याज का उत्पादन 31.7 मिलियन टन था। 2022-23 के दूसरे अग्रिम अनुमान में प्याज उत्पादन घटकर 30.2 मिलियन टन रहने का अनुमान था जिसमें और भी गिरावट आ सकती है।   

फलों का उत्पादन वर्ष 2021-22 में 107.51 मिलियन टन से बढ़कर वर्ष 2022-23 में 109.53 मिलियन टन होने का अनुमान है। सब्जियों का उत्पादन वर्ष 2022-23 में 213.88 मिलियन टन तक पहुंच सकता है जो वर्ष 2021-22 में उत्पादन 209.14 मिलियन टन रहा था। आलू उत्पादन बढ़ने से सब्जियों के उत्पादन में बढ़ोतरी की उम्मीद है। आलू का उत्पादन 60.22 मिलियन टन होने की उम्मीद है जो वर्ष 2021-22 में 56.18 मिलियन था। टमाटर के उत्पादन में मामूली कमी आई है। टमाटर का उत्पादन वर्ष 2021-22 में 20.69 मिलियन टन की अपेक्षा वर्ष 2022-23 में 20.37 मिलियन टन होने का अनुमान है। 

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि देश में लगातार बढ़ रहे बागवानी उत्पादन की यह उपलब्धि हमारे किसान भाइयों-बहनों व वैज्ञानिकों की मेहनत तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की कृषि और किसान हितैषी अच्छी नीतियों का सद्परिणाम है। जलवायु परिवर्तन से जुड़ी चुनौतियों के बावजूद, किसानों और कृषि वैज्ञानिकों के प्रयासों की बदौलत बागवानी उत्पादन में वृद्धि हुई है। 

बागवानी फसलों का क्षेत्रफल गत वर्ष के 28.04 मिलियन हेक्टेयर से बढ़कर 2022-23 में 28.34 मिलियन हेक्टेयर होने का अनुमान है। सब्जियों का क्षेत्र 11.37 मिलियन हेक्टेयर से घटकर 11.36 मिलियन हेक्टेयर और फलों का क्षेत्र 7.06 मिलियन हेक्टेयर से घटकर 7 मिलियन हेक्टेयर हो गया। 

 

 

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