खरीफ बुवाई 5 साल के औसत के पार पहुंची, धान और तिलहन के रकबे में बढ़ोतरी
धान का रकबा बढ़कर 410 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है जबकि गत वर्ष इस अवधि तक 393.57 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में धान की बुवाई हुई थी। इस सीजन में धान की बुवाई पांच साल के औसत क्षेत्र 401.55 लाख हेक्टेयर से भी अधिक है।
चालू खरीफ सीजन में फसलों की बुवाई पांच साल के औसत यानी सामान्य क्षेत्र को पार कर चुकी है। कृषि मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, 17 सितंबर तक देश में 1096.65 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसलों की बुवाई हो चुकी है जो गत वर्ष के 1072.74 लाख हेक्टेयर से करीब दो फीसदी अधिक है। खरीफ फसलों का रकबा पांच साल के औसत क्षेत्र 1096 लाख हेक्टेयर से भी ज्यादा हो गया है।
मानसून सीजन के दौरान देश के अधिकांश इलाकों में अच्छी बारिश के चलते खरीफ की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है। धान का रकबा 410 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है जबकि गत वर्ष इस अवधि तक 393.57 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में धान की बुवाई हुई थी। इस सीजन में धान की बुवाई पांच साल के औसत क्षेत्र 401.55 लाख हेक्टेयर से भी अधिक है।
दलहन के क्षेत्र में बढ़ोतरी
चालू खरीफ सीजन में 127.77 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में दलहन फसलों की बुवाई हुई है जबकि गत वर्ष इस अवधि तक 118.43 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में दलहन फसलों की बुवाई हुई थी। हालांकि, दलहन की बुवाई पांच साल के औसत क्षेत्र 136.02 लाख हेक्टेयर से कम है। इस सीजन में अरहर का रकबा बढ़ा है लेकिन उड़द की बुवाई पिछले साल से कम हुई है।
मोटे अनाजों की तरफ बढ़ता रुझान
मोटे अनाजों की बुवाई पांच साल के औसत क्षेत्र को पार करते हुए 189.67 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई है। पिछले साल इसी अवधि तक 183.11 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में मोटे अनाजों की बुवाई हुई थी। मक्का की बुवाई का क्षेत्र गत वर्ष के 83.67 लाख हेक्टेयर को पार कर 87.50 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है।
तिलहन की बुवाई भी बढ़ी
तिलहन फसलों की बुवाई 193.32 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई है जबकि पिछले साल इस अवधि तक 190.37 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में तिलहन फसलों की बुवाई हुई थी। तिलहन फसलों की बुवाई का क्षेत्र भी पांच साल के औसत क्षेत्र से अधिक है। तिलहन में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी मूंगफली और सोयाबीन की बुवाई में हुई है।
देश में गन्ने का रकबा भी पिछले साल और पांच साल के औसत से अधिक है। चालू खरीफ सीजन में 57.68 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ने की बुवाई हो चुकी है। जबकि कपास का रकबा घटा है। पिछले साल 123.69 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में कपास की बुवाई हुई थी लेकिन इस साल कपास का रकबा 112.48 लाख हेक्टेयर है।
17 सितम्बर 2024 तक खरीफ फसलों की बुवाई (क्षेत्रफल लाख हेक्टेयर में)
क्रम सख्या |
फसलें |
सामान्य क्षेत्र (डीईएस) (2018-19 - 2022-23) |
बोया गया क्षेत्र |
|
वर्तमान वर्ष 2024 |
पिछला वर्ष 2023 |
|||
1 |
चावल |
401.55 |
410.00 |
393.57 |
2 |
दाल |
136.02 |
127.77 |
118.43 |
अरहर |
45.55 |
46.50 |
40.74 |
|
उड़द दाल |
36.76 |
30.44 |
32.25 |
|
मूंगदाल |
36.99 |
35.28 |
31.31 |
|
कुल्थी |
1.90 |
0.44 |
0.35 |
|
मोठ दाल |
10.32 |
10.53 |
9.42 |
|
अन्य दालें |
4.49 |
4.59 |
4.36 |
|
3 |
श्रीअन्न व मोटे अनाज |
181.03 |
189.67 |
183.11 |
ज्वार |
16.01 |
15.54 |
14.22 |
|
बाजरा |
72.63 |
69.88 |
70.89 |
|
रागी |
10.96 |
10.94 |
8.85 |
|
छोटा बाजरा |
4.47 |
5.81 |
5.48 |
|
मक्का |
76.96 |
87.50 |
83.67 |
|
4 |
तिलहन |
190.18 |
193.32 |
190.37 |
मूंगफली |
45.28 |
47.85 |
43.75 |
|
सोयाबीन |
122.95 |
125.11 |
123.85 |
|
सूरजमुखी |
1.40 |
0.75 |
0.73 |
|
तिल |
10.26 |
11.19 |
12.06 |
|
रामतिल |
1.22 |
0.67 |
0.70 |
|
अरंड़ी |
9.07 |
7.67 |
9.23 |
|
अन्य तिलहन |
0.00 |
0.08 |
0.05 |
|
5 |
गन्ना |
51.15 |
57.68 |
57.11 |
6 |
जूट और मेस्टा |
6.74 |
5.73 |
6.66 |
7 |
कपास |
129.34 |
112.48 |
123.69 |
कुल |
1096.00 |
1096.65 |
1072.94 |
स्रोत: कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, कृषि मंत्रालय, भारत सरकार