ट्रंप का चीन पर अमेरिका से सोयाबीन आयात चौगुना करने का दबाव, CBOT पर कीमतों में 2% उछाल
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से सोयाबीन का आयात चार गुना करने का आग्रह किया है। उन्होंने इसे चीन की आपूर्ति जरूरतों और व्यापार असंतुलन का समाधान बताया। दोनों देशों के बीच टैरिफ वार पर लगा विराम 12 अगस्त को खत्म हो गा था, लेकिन दोनों देश इसे 90 दिनों के लिए बढ़ाने पर सहमत हुए हैं।

अमेरिका-चीन टैरिफ वार्ताओं के बीच, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से अमेरिकी सोयाबीन खरीद में तेजी से बढ़ोतरी करने का आग्रह किया है। ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म Truth Social पर लिखा कि बीजिंग को सोयाबीन आयात चौगुना करना चाहिए। उनका कहना था कि इससे चीन की आपूर्ति की समस्या कम होगी और दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच का व्यापार अंतर घटेगा। उन्होंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग को इसके लिए अग्रिम धन्यवाद भी दिया।
अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ युद्धविराम 12 अगस्त को समाप्त हो गया था, लेकिन दोनों देशों ने इसे 90 दिनों के लिए बढ़ाने पर सहमति जताई। चीन दुनिया का सबसे बड़ा सोयाबीन आयातक और खपत करने वाला देश है। अमेरिकी कृषि विभाग (USDA) की फॉरेन एग्रीकल्चरल सर्विस (FAS) के अनुसार, 2025–26 में 12.44 करोड़ टन की घरेलू मांग को पूरा करने के लिए चीन को 10.6 करोड़ टन सोयाबीन आयात करने की जरूरत पड़ेगी। पिछले साल चीन ने लगभग 10.5 करोड़ टन सोयाबीन का आयात किया था, जिसमें से 2.21 करोड़ टन (करीब 12 अरब डॉलर) अमेरिका से आया।
हाल के वर्षों में चीन ने सोयाबीन खरीद में विविधता लाई है। वह 15 देशों से इसका आयात करता है, फिर भी ब्राज़ील और अमेरिका उसके मुख्य आपूर्तिकर्ता बने हुए हैं। कम दामों की वजह से ब्राज़ील ने बाज़ार हिस्सेदारी लगातार बढ़ाई है, जबकि अमेरिकी शिपमेंट स्थिर रहे हैं। चीन के कुल आयात का लगभग एक चौथाई अमेरिका से आता है और इसे चौगुना करने के लिए चीन को पहले से कहीं अधिक अमेरिकी सप्लाई पर निर्भर होना पड़ेगा।
वैसे, एक तथ्य यह भी है कि चीन में सोयाबीन की मांग की वृद्धि दर धीमी हो रही है, क्योंकि उपभोक्ता पोर्क से हटकर चिकन और मछली जैसे प्रोटीन स्रोतों की ओर बढ़ रहे हैं। ट्रंप के पहले कार्यकाल में हुए फेज़ वन ट्रेड डील के तहत चीन ने अमेरिकी कृषि आयात बढ़ाने का वादा किया था, लेकिन वह लक्ष्य हासिल नहीं हो पाया।
इस साल चल रहे व्यापार तनाव के बीच, चीन ने अब तक चौथी तिमाही के लिए कोई अमेरिकी सोयाबीन नहीं खरीदा है, जिससे अमेरिकी फसल निर्यात सीज़न को लेकर चिंता बढ़ गई है। इसके बावजूद, ट्रंप के बयान के बाद शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड (CBOT) पर सोयाबीन वायदा कीमतों में 2% से अधिक की तेजी आई और भाव $10.11 प्रति बुशल तक पहुंच गए।