मिजोरम से हाटकोरा नींबू का इंग्लैंड और बांग्लादेश को शुरू हुआ निर्यात

बीते पांच वर्षों में उत्तर-पूर्व से कृषि उत्पादों का निर्यात 6.8 गुना हो गया है। 2016-17 में यहां से 25.2 लाख डॉलर के कृषि उत्पादों का निर्यात किया गया था जो 2021-22 में 1.72 करोड़ डॉलर तक पहुंच गया। इन राज्यों से सबसे ज्यादा निर्यात बांग्लादेश, भूटान, मध्य पूर्व, इंग्लैंड और यूरोप के देशों को किया जा रहा है

मिजोरम से हाटकोरा नींबू का इंग्लैंड और बांग्लादेश को शुरू हुआ निर्यात

त्रिपुरा से कटहल और नगालैंड से किंग चिली लंदन निर्यात करने के बाद अब मिजोरम से हाटकोरा नाम का नींबू इंग्लैंड और बांग्लादेश निर्यात किया गया है। मिजोरम के मामित जिले में नींबू की यह वैरायटी पाई जाती है। इसके निर्यात में एपीडा की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। एपीडा की पहल से ही उत्तर पूर्व के त्रिपुरा, सिक्किम, असम, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय से कृषि उपज के निर्यात में काफी बढ़ोतरी हुई है।

बीते पांच वर्षों में यहां से कृषि उत्पादों का निर्यात 6.8 गुना बढ़ा है। 2016-17 में यहां से 25.2 लाख डॉलर के कृषि उत्पादों का निर्यात किया गया था जो 2021-22 में 1.72 करोड़ डॉलर तक पहुंच गया। इन राज्यों से सबसे ज्यादा निर्यात बांग्लादेश, भूटान, मध्य पूर्व, इंग्लैंड और यूरोप के देशों को किया जा रहा है।

उत्तर पूर्वी राज्यों से ऑर्गेनिक कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने की नीति के तहत केंद्र सरकार ने एपीडा के माध्यम से एजवाल स्थित मिजोरम यूनिवर्सिटी में वर्कशॉप एवं बायर सेलर मीट का आयोजन किया था। एपीडा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने वाली शीर्ष संस्था है।

बायर सेलर मीट का मकसद मिजोरम से कृषि और बागवानी उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के अलावा किसानों, किसानों उत्पादक संगठनों (एफपीओ) और किसान उत्पादक कंपनियों को मार्केट लिंकेज उपलब्ध कराना भी था। मिजोरम से निर्यात की जा सकने वाली संभावित कृषि उपज में अनानास, हाटकोरा, ड्रैगन फ्रूट, संतरे, स्क्वैश, एंथुरियम फ्लावर, अदरक, मिर्च और अंगूर से बनी वाइन शामिल हैं। बायर सेलर मीट में 17 निर्यातकों और 58 एफपीओ ने हिस्सा लिया। इनके अलावा राज्य सरकार, कॉफी बोर्ड, मसाला बोर्ड, नाबार्ड, उत्तर पूर्व क्षेत्र कृषि मार्केटिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड के 14 एक्जीबिटर ने भी वहां प्रदर्शन किया।

संभावित मार्केट लिंकेज उपलब्ध कराने के लिए एपीडा ने आयातकों के लिए फील्ड विजिट की भी व्यवस्था की ताकि उन्हें खेती के तौर-तरीकों की भी जानकारी मिल सके। इसके लिए मध्य पूर्व, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया के आयातकों को आमंत्रित किया गया था। फील्ड विजिट उत्तर पूर्व के सभी आठ राज्यों में किया गया। इससे पहले एपीडा ने मार्च 2021 में असम सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के साथ मिलकर निर्यात संवर्धन एवं बायर सेलर मीट का आयोजन एजवाल में किया था।

मार्च 2000 में गुवाहाटी में भी एपीडा ने एक अंतरराष्ट्रीय बायर सेलर मीट का आयोजन किया जिसमें राज्यभर से आए लोगों ने कृषि और बागवानी उत्पादों का प्रदर्शन किया। इनमें ताजे फल, सब्जियां, प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद, काला चावल, लाल चावल, जोहा राइस, मसाले, चाय, कॉफी, शहद, प्रसंस्कृत मीट और अन्य ऑर्गेनिक उत्पाद शामिल थे। श्रीलंका, दुबई, बांग्लादेश, ओमान, नीदरलैंड, सिंगापुर और ग्रीस के आयातकों ने उस बायर सेलर मीट में हिस्सा लिया था।

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