एफएओ ने 2024-25 सीजन में वैश्विक मक्का और गेहूं उत्पादन में गिरावट का अनुमान जताया, पर चावल का उत्पादन बढ़ेगा

कुल अनाज उत्पादन 284.6 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जो 2023-24 में रिकॉर्ड उत्पादन के बराबर है। काला सागर क्षेत्र में हाल में प्रतिकूल मौसम के कारण विश्व गेहूं उत्पादन में गिरावट का अंदेशा जताया गया है।

एफएओ ने 2024-25 सीजन में वैश्विक मक्का और गेहूं उत्पादन में गिरावट का अनुमान जताया, पर चावल का उत्पादन बढ़ेगा

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) ने 2024-25 सीजन के लिए अपना पहला पूर्वानुमान जारी किया है। इसके मुताबिक वैश्विक मक्का और गेहूं उत्पादन में गिरावट का अनुमान है। इसके विपरीत जौ, चावल और ज्वार के उत्पादन में वृद्धि का अनुमान है। हालांकि वैश्विक अनाज आपूर्ति और मांग की स्थिति आरामदायक रहेगी। कुल अनाज उत्पादन 284.6 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जो 2023-24 में रिकॉर्ड उत्पादन के बराबर है। काला सागर क्षेत्र में हाल में प्रतिकूल मौसम के कारण विश्व गेहूं उत्पादन में गिरावट का अंदेशा जताया गया है।

2024-25 में दुनिया में अनाज का कुल उपयोग 0.5 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 285.1 करोड़ टन पहुंचने की उम्मीद है। खाने के लिए अनाज का वैश्विक उपयोग 2023-24 से 1.1 प्रतिशत अधिक रहेगा। चावल में 1.4 प्रतिशत, मोटे अनाज में 1.2 प्रतिशत और गेहूं में 0.8 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है। चारे के रूप में अनाज के उपयोग में भी 0.4 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान है। इसमें पशु आहार के लिए मोटे अनाज (विशेष रूप से मक्का और ज्वार) की मांग अधिक रहेगी, जबकि गेहूं और चावल दोनों के फ़ीड उपयोग में कमी आने का अनुमान है।

विश्व अनाज भंडार 1.5 प्रतिशत (132 लाख टन) बढ़कर रिकॉर्ड 89.7 करोड़ टन हो सकता है। इसमें मोटे अनाज (मक्का, जौ और ज्वार) और चावल का स्टॉक अधिक रहेगा। इसके विपरीत गेहूं का भंडार 2021-22 के बाद सबसे निचले स्तर पर गिर सकता है। 

अनाज का विश्व व्यापार 2023-24 के स्तर से 1.3 प्रतिशत घटकर 2024-25 में 48.1 करोड़ टन रह जाएगा। मक्का के व्यापार में सबसे अधिक गिरावट का अनुमान है। साथ ही गेहूं और जौ के व्यापार में भी थोड़ी कमी के आसार हैं। इसके विपरीत, चावल के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में वृद्धि होने का अनुमान है।

2023 में रिकॉर्ड अनाज उत्पादन का अनुमान
एफएओ का अनुमान है कि 2023 में वैश्विक अनाज उत्पादन 284.7 करोड़ टन हुआ, जो एक नया रिकॉर्ड है। यह 2022 से 1.2 प्रतिशत अधिक है। उत्पादन में यह वृद्धि मुख्य रूप से मक्का के कारण आई है। इसके उत्पादन में वृद्धि वैश्विक ज्वार और गेहूं उत्पादन में गिरावट से अधिक है। 2023-24 में अनाज का उपयोग 283.6 करोड़ टन होने का अनुमान है, जो 2022-23 के स्तर से 1.6 प्रतिशत अधिक है। यह वृद्धि मुख्य रूप से मोटे अनाज और गेहूं के कारण है। चारे में अनाज का उपयोग बढ़ा, जबकि चावल के उपयोग में आंशिक रूप से गिरावट आई है।

2024 में सीजन के अंत में अनाज का स्टॉक 88.4 करोड़ टन होने का अनुमान है, जो शुरुआती स्तर से 1.4 प्रतिशत अधिक है। गेहूं के स्टॉक में तो कमी आई है, लेकिन मोटे अनाज और चावल के स्टॉक में वृद्धि हुई है। एफएओ का आकलन है कि 2023-24 में अनाज का अंतर्राष्ट्रीय व्यापार 48.7 करोड़ टन का हुआ, जो 2022-23 के स्तर से 1.7 प्रतिशत अधिक है। यह बढ़ोतरी मोटे अनाज के व्यापार में वृद्धि के कारण है। इसके विपरीत, गेहूं और चावल दोनों के व्यापार की मात्रा 2022-23 के स्तर से कम हुई है।

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