सरकार का दावा, बारिश के कारण दिल्ली में टमाटर की कीमतों में अस्थायी उछाल लेकिन अखिल भारतीय औसत कम
सरकार ने कहा है कि दिल्ली में टमाटर के दाम जुलाई में 85 रुपये किलो तक पहुंचने का कारण भारी बारिश है, न कि देश में टमाटर की कमी। आजादपुर मंडी में आपूर्ति सुधरने से दाम घट रहे हैं। एनसीसीएफ 47–60 रुपये किलो पर बिक्री कर रहा है। देश में औसत दाम 52 रुपये किलो हैं, आलू-प्याज के भाव भी स्थिर हैं।

उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने दावा किया है कि चालू कैलेंडर वर्ष के दौरान खाद्य वस्तुओं की कीमतें काफी हद तक स्थिर और नियंत्रित रही हैं। हालांकि दिल्ली में टमाटर की खुदरा कीमतें (tomato prices) बढ़ी हैं, लेकिन देश के विभिन्न केंद्रों पर टमाटर की कीमतें मांग-आपूर्ति असंतुलन या उत्पादन में कमी के बजाय अस्थायी रूप से स्थानीय कारकों से प्रभावित हैं।
मंत्रालय के अनुसार, दिल्ली में टमाटर का वर्तमान औसत खुदरा मूल्य 73 रुपये प्रति किलोग्राम है। इस महंगाई की वजह मुख्य रूप से जुलाई के अंतिम सप्ताह से देश के उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में हुई भारी बारिश है। इस मौसम संबंधी व्यवधान के कारण जुलाई के अंत तक कीमतें 85 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई थीं। हालांकि पिछले सप्ताह आजादपुर मंडी में दैनिक आवक में सुधार और स्थिरता के साथ मंडी और खुदरा कीमतों में गिरावट शुरू हो गई है।
भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (NCCF) 4 अगस्त 2025 से आज़ादपुर मंडी से टमाटर खरीदकर उपभोक्ताओं को न्यूनतम मार्जिन पर बेच रहा है। एनसीसीएफ ने पिछले वर्षों में भी इसी तरह की पहल की थी। अब तक एनसीसीएफ ने खरीद लागत के आधार पर 47 रुपये से 60 रुपये प्रति किलोग्राम के खुदरा मूल्यों पर 27,307 किलोग्राम टमाटर बेचे हैं। टमाटर की खुदरा बिक्री एनसीसीएफ के नेहरू प्लेस, उद्योग भवन, पटेल चौक और राजीव चौक स्थित आउटलेट्स के साथ-साथ शहर में विभिन्न स्थानों पर संचालित 6-7 मोबाइल वैन के माध्यम से की जा रही है।
दिल्ली के विपरीत चेन्नई और मुंबई जैसे प्रमुख शहरों में, जहां हाल के हफ़्तों में असामान्य मौसम की स्थिति नहीं देखी गई है, कीमतों में ऐसी कोई वृद्धि नहीं देखी गई है। चेन्नई और मुंबई में टमाटर की वर्तमान औसत खुदरा कीमतें क्रमशः 50 रुपये प्रति किलोग्राम और 58 रुपये प्रति किलोग्राम हैं जो दिल्ली में टमाटर की मौजूदा कीमत से काफी कम है। अभी टमाटर की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत 52 रुपये प्रति किलोग्राम है, जो पिछले वर्ष के 54 रुपये प्रति किलोग्राम और 2023 के 136 रुपये प्रति किलोग्राम से कम है।
पिछले वर्षों के विपरीत, इस मानसून सीजन में आलू, प्याज और टमाटर जैसी प्रमुख सब्जियों की कीमतें नियंत्रण में हैं। 2024-25 में पिछले वर्ष की तुलना में आलू और प्याज के अधिक उत्पादन से इसकी पर्याप्त आपूर्ति और पिछले वर्ष की तुलना में काफी कीमत सुनिश्चित हुई है। इस वर्ष, सरकार ने मूल्य स्थिरीकरण बफर के लिए 3 लाख टन प्याज खरीदा है। बफर स्टॉक से प्याज का संतुलित और लक्षित वितरण सितंबर 2025 से शुरू होने की उम्मीद है।