हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर और कैबिनेट मंत्रियों का इस्तीफा, जेजेपी से गठबंधन टूटा

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उनके कैबिनेट मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। इसी के साथ दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और भारतीय जनता पार्टी का पांच साल पुराना गठबंधन टूटा गया।

हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर और कैबिनेट मंत्रियों का इस्तीफा, जेजेपी से गठबंधन टूटा

हरियाणा की राजनीति में सियासी घमासान मचा हुआ है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर समेत पूरी कैबिनेट ने इस्तीफा दे दिया है। इसी के साथ दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) और भारतीय जनता पार्टी का पांच साल पुराना गठबंधन टूट गया। पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि स्वार्थ के लिए ये गठबंधन तोड़ा गया है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उनके कैबिनेट मंत्रियों ने मंगलवार को हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंप दिया। हरियाणा के मंत्री चौधरी कंवर पाल ने कहा है कि राज्यपाल बंडारू दतात्रेय ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। कंवर पाल ने अपना इस्तीफा सौंपने के बाद हरियाणा निवास के बाहर संवाददाताओं से कहा कि खट्टर मुख्यमंत्री बने रहेंगे। हालांकि, हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी को सीएम बनाए जाने की भी अटकलें लगाई जा रही हैं। 

आज शाम तक हरियाणा के नए मुख्यमंत्री नई कैबिनेट के साथ शपथ ले सकते हैं। भाजपा को निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है जबकि जेजेपी के कई विधायक भाजपा के संपर्क में बताए जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा और जेजेपी में सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन पाई। इस बीच यह घटनाक्रम सामने आया है।

हरियाणा की 90 सदस्यों की विधानसभा में भाजपा के 41 विधायक हैं, जेजेपी के 10 विधायक और विपक्षी दल कांग्रेस के 30 विधायक हैं। माना जा रहा है कि भाजपा गठबंधन को सात में से छह निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इंडियन नेशनल लोकदल तथा हरियाणा लोकहित पार्टी के पास एक-एक सीट है। निर्दलीय विधायकों के समर्थन से भाजपा 46 सीटों का बहुमत का आंकड़ा हासिल कर सकती है।   

कांग्रेस नेता दीपेंद्रर हुड्डा ने कहा कि आज की घटनाक्रम पर मैंने 3 महीने पहले सिरसा में रिएक्शन दिया था। मैंने प्रदेश वासियों को बता दिया था कि बीजेपी-जेजेपी में समझौता तोड़ने का अघोषित समझौता हो गया है। और इस बार बीजेपी के इशारे पर जेजेपी और इनेलो वाले कांग्रेस की वोट में सेंध मारने अलग से फिर आएंगे। हरियाणा के सियासी हलकों में काफी दिनों से अटकलें थीं कि भाजपा-जेजेपी का गठबंधन चुनाव से पहले से पहले टूट जाएगा। इसे जाट मतों में सेंधमारी की अघोषित रणनीति के तौर पर भी देखा जा रहा है। 

आज भाजपा ने चंडीगढ़ में अपने विधायकों की बैठक बुलाई है। भाजपा के पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा और तरुण चुघ चंडीगढ़ पहुंच चुके हैं। बैठक में भाजपा विधायक दल का नया नेता यानी हरियाणा का नया मुख्यमंत्री चुना जा सकता है। हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने भी आज दिल्ली में अपने आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और विधायकों की बैठक बुलाई है। कांग्रेस ने भी अपने विधायकों को दिल्ली बुलाया है। 

आज सुबह हरियाणा के निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत ने कहा कि हमने पहले ही सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व वाली सरकार को अपना समर्थन दे दिया है। आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात में लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा हुई। बातचीत से मुझे ऐसा आभास हुआ था जजपा से गठबंधन तोड़ने की शुरुआत हो चुकी है।

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