चालू सीजन में अप्रैल तक हुआ 4.70 लाख टन का चीनी निर्यात
निर्यात हुई चीनी में सबसे अधिक 21 फीसदी निर्यात सोमालिया को किया गया है। इसके अलावा अफगानिस्तान, श्रीलंका, दिजीबूती,यूएई, नेपाल, बांग्लादेश, लीबिया, तंजानिया और सिंगापुर समेत दर्जन भर देशों को चीनी का निर्यात किया गया है

केंद्र सरकार द्वारा चालू शुगर सीजन (2024-25) में 10 लाख टन चीनी के निर्यात की अनुमति दी गई है। उसमें से 30 अप्रैल, 2025 तक 4.70 लाख टन चीनी का निर्यात हो चुका है। ऑल इंडिया शुगर ट्रेड एसोसिएशन (आईस्टा) द्वारा जारी एक विज्ञप्ति मे यह जानकारी दी गई है। चीनी के निर्यात में व्हाइट शुगर, रॉ शुगर और रिफाइंड शुगर शामिल है। आईइस्टा के मुताबिक चालू सीजन के लिए दी गई 10 लाख टन चीनी के निर्यात की अनुमति के मुकाबले सितंबर, 2025 तक करीब आठ लाख टन चीनी के निर्यात की संभावना है।
अभी तक हुए निर्यात में 3,27,972 टन व्हाइट शुगर, 77,603 टन रिफाइंड शुगर, 18514 टन रॉ शुगर निर्यात हुई है। इसके अलावा 21003 टन रॉ शुगर डीम्ड टू एक्सपोर्ट एसईजेड को आपूर्ति की गई है और 25,002 टन चीनी की अभी शिप लोडिंग होनी है।
निर्यात हुई चीनी में सबसे अधिक 21 फीसदी निर्यात सोमालिया को किया गया है। इसके अलावा अफगानिस्तान, श्रीलंका, दिजीबूती,यूएई, नेपाल, बांग्लादेश, लीबिया, तंजानिया और सिंगापुर समेत दर्जन भर देशों को चीनी का निर्यात किया गया है।
आईस्टा का कहना है कि चालू सीजन में चीनी का निर्यात करीब आठ लाख टन ही रहने का अनुमान है। इसके साथ ही कहा है कि सरकार ने आगामी सीजन (2025-26) के लिए गन्ने के फेयर एंड रिम्यूनेरेटिव प्राइस (एफआरपी) में बढ़ोतरी की है। ऐसे में सरकार को चीनी के न्यूनतम बिक्री मूल्य (एमएसपी) और एथेनॉल के दाम में भी बढ़ोतरी करनी चाहिए।