पिछले साल की तुलना में फसल बीमा दावा 60 फीसदी कम

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों ने फसल वर्ष 2020-21 के दौरान केवल 9,570 करोड़ रुपये का दावा किया। यह 2019-20 में एक साल पहले की तुलना में 60 फीसदी कम है। फसल वर्ष 2019-20 के दौरान किसानों ने 27,398 करोड़ रुपये का दावा किया था। इसका एक बड़ा कारण यह भी रहा कि इस दौरान फसलों को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ

पिछले साल की तुलना में फसल बीमा दावा 60 फीसदी कम

नई दिल्ली

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों ने फसल वर्ष 2020-21 के दौरान केवल 9,570 करोड़ रुपये का दावा किया। यह 2019-20 में एक साल पहले की तुलना में 60 फीसदी कम है। फसल वर्ष 2019-20 के दौरान किसानों ने 27,398 करोड़ रुपये का दावा किया था। इसका एक बड़ा कारण यह भी रहा कि इस दौरान फसलों को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।

महत्वपूर्ण बात यह है कि फसल वर्ष 2019-20 और 2020-21 के अधिकांश दावों को सरकार ने मंजूरी दे दी है। पिछली फसल बीमा योजनाओं में कई सुधार करने के बाद प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लाई गई थी। किसानों को पर्याप्त और समय पर लाभ सुनिश्चित करने के लिए इसमें समय-समय पर संशोधन किया गया था।

फसल बीमा योजना के तहत 6 करोड़ से अधिक किसानों ने लगभग 4.45 करोड़ हेक्टेयर कृषि भूमि का बीमा कराया। 2020-21 के दौरान कुल बीमा राशि 1,93,767 करोड़ रुपये थी। आंकड़ों के मुताबिक, 2020-21 में 6.12 करोड़ किसानों ने 4.45 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि का बीमा कराया। बीमा राशि 1,93,767 करोड़ रुपये थी। वर्ष 2020-21 में कुल दावे 9,570 करोड़ रुपये थे।

खरीफ सीजन के लिए बीमा क्लेम 6,779 करोड़ रुपये और रबी सीजन के लिए 2,792 करोड़ रुपये रहा। 2020-21 के दौरान राजस्थान से सबसे ज्यादा 3,602 करोड़ रुपये का क्लेम किया गया। जबकि महाराष्ट्र से 1,232 करोड़ रुपये और हरियाणा से 1,112.8 करोड़ रुपये का दावा किया गया।

पीएमएफबीवाई को 2016-17 में पुरानी फसल बीमा योजनाओं में सुधार के साथ पेश किया गया था। इस योजना के परिचालन दिशानिर्देशों में रबी 2018 और खरीफ 2020 में संशोधन किया गया था। इसका मकसद योजना का लाभ किसानों तक समय से पहुंचाना था।

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