हरियाणा सरकार ने गन्ना मूल्य बढ़ाकर 415 रुपये किया, देश में सर्वाधिक दाम देने का ऐलान
अगेती किस्म के गन्ने का भाव ₹400 से बढ़ाकर 415 रुपये प्रति क्विंटल और पछेती किस्म का भाव 393 रुपये से बढ़ाकर 408 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने इसे किसानों की मेहनत और समर्पण को सम्मान देने वाला कदम बताया।

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गन्ना किसानों के लिए दीपावली पर बड़ा ऐलान किया है। हरियाणा सरकार ने गन्ने के राज्य परामर्श मूल्य (SAP) में बढ़ोतरी करते हुए देश में सबसे अधिक गन्ना मूल्य प्रदान करने का निर्णय लिया।
नई दरों के अनुसार, अगेती किस्म के गन्ने का भाव 400 रुपये से बढ़ाकर 415 रुपये प्रति क्विंटल और पछेती किस्म का भाव 393 रुपये से बढ़ाकर 408 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने इसे किसानों की मेहनत और समर्पण को सम्मान देने वाला कदम बताया।
सीएम सैनी ने कहा कि किसानों का हित सरकार के लिए सर्वोपरि है। उन्होंने कहा, “गन्ना किसानों को देश में सर्वाधिक समर्थन मूल्य देकर हम उनके जीवन में समृद्धि और खुशहाली लाने का प्रयास कर रहे हैं। यह निर्णय दीपावली के पर्व को और मीठा बनाएगा।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मूल्य वृद्धि राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था को नई गति देगी और किसानों की आय बढ़ाने में सहायक होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि हरियाणा सरकार का यह निर्णय न केवल गन्ना उत्पादकों को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि अन्य राज्यों के लिए भी एक मिसाल साबित होगा।
अहम बात यह है कि देश के सबसे बड़े गन्ना उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में गन्ने की अगैती किस्म का एसएपी पिछले दो पेराई सीजन 2023- 2024 और 2024-25 में 370 रुपये प्रति क्विंटल था। पिछले सात पेराई सीजन में उत्तर प्रदेश में गन्ना एसएपी में केवल तीन बार ही बढ़ोतरी हुई जबकि चार बार गन्ना मूल्य फ्रीज रहा है। हरियाणा सरकार द्वारा गन्ने का एसएपी चालू सीजन (2025-26) के लिए 415 रुपये प्रति क्विंटल करने के फैसले से उत्तर प्रदेश और हरियाणा के किसानों को मिलने वाले भाव में 45 रुपये प्रति क्विंटल का बड़ा अंतर आ गया है। जबकि हरियाणा में गन्ने में चीनी की रिकवरी का स्तर उत्तर प्रदेश से कम है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों में नाराजगी बढ़ सकती है और राज्य सरकार पर गन्ने के एसएपी में बढ़तरी का दबाव बनेगा। लेकिन हरियाणा, पंजाब में उत्तर प्रदेश के मुकाबले गन्ने के एसएपी में जितना अंतर खड़ा हो गया है उसे पाटने की कोई संभावना नजर नहीं आती है। पंजाब ने पिछले सीजन के लिए गन्ने का एसएपी 401 रुपये प्रति क्विंटल तय किया था। चालू साल में उत्तर प्रदेश में गन्ने के रकबे में पिछले साल के मुकाबले करीब 50 हजार हैक्टेयर की कमी आई है जो यहां के किसानों के बीच गन्ने की फसल के प्रति घटते रुझान का संकेत है।