आईजीसी का अनुमान, लगातार तीसरे साल बढ़ेगा वैश्विक अनाज उत्पादन

IGC की जून ग्रेन मार्केट रिपोर्ट के अनुसार 2025-26 में वैश्विक अनाज उत्पादन लगातार तीसरे वर्ष वृद्धि के साथ 2.377 अरब टन तक पहुंचने की संभावना है। इसमें सबसे बड़ा योगदान मक्का का रहेगा। हालांकि उत्पादन में वृद्धि के बाद भी वैश्विक भंडार पिछले 10 वर्षों के न्यूनतम स्तर पर आ सकता है। सोयाबीन और चावल का उत्पादन भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है। गेहूं, सोयाबीन और चावल की मांग में मजबूती के चलते वैश्विक व्यापार में भी वृद्धि का अनुमान है।

आईजीसी का अनुमान, लगातार तीसरे साल बढ़ेगा वैश्विक अनाज उत्पादन

वर्ष 2025-26 में वैश्विक अनाज उत्पादन में 3% की वृद्धि का अनुमान है। यह लगातार तीसरा साल होगा जब वैश्विक अनाज उत्पादन में वृद्धि होगी। इंटरनेशनल ग्रेन्स काउंसिल (IGC) के अनुसार 2025-26 के सीजन में 2.377 अरब टन अनाज उत्पादन रहने की संभावना है। पिछले महीने के अनुमान से इसमें 20 लाख टन की वृद्धि की गई है।

काउंसिल के अनुसार, सबसे ज्यादा वृद्धि मक्का के उत्पादन में होगी। इसने 2024-25 सीजन के लिए भी अपने अनुमान को 30 लाख टन बढ़ाकर 2.313 अरब टन कर दिया है। यह बढ़ोतरी भी मक्का उत्पादन में सुधार के कारण की गई है।

हालांकि उत्पादन बढ़ने के बावजूद वैश्विक आपूर्ति तंग रहने के आसार हैं। IGC के अनुसार, बढ़ा हुआ उत्पादन शुरुआती कम स्टॉक्स की भरपाई नहीं कर पाएगा। इसके परिणामस्वरूप वैश्विक अनाज का कैरीओवर स्टॉक 4% घटकर एक दशक के न्यूनतम स्तर पर आ सकता है। हालांकि 2025-26 सीजन के अंत तक अनाज का कुल भंडार थोड़ी वृद्धि के साथ 58.6 करोड़ टन तक पहुंच सकता है। इसका मुख्य कारण अमेरिका में मक्का स्टॉक का बढ़ना है।

वैश्विक अनाज व्यापार परिदृश्य
2025-26 में वैश्विक अनाज व्यापार 2% की वार्षिक वृद्धि के साथ 43 करोड़ टन तक पहुंचने की संभावना है, जिसमें गेहूं के व्यापार में वृद्धि प्रमुख कारण होगी। 2024-25 के लिए व्यापार अनुमान को भी 50 लाख टन बढ़ाकर 42.3 करोड़ टन किया गया है। हालांकि यह 2023-24 के मुकाबले 3.6 करोड़ टन कम है।

सोयाबीन उत्पादन में एक प्रतिशत वृद्धि होगी
दक्षिण अमेरिका में अच्छी फसल की संभावना को देखते हुए, 2025-26 में वैश्विक सोयाबीन उत्पादन 1% की वृद्धि के साथ 42.8 करोड़ टन तक पहुंच सकता है। खपत में 1.8 करोड़ टन की खपत वृद्धि के साथ वैश्विक सोयाबीन का कुल भंडार थोड़ा घट सकता है। सोयाबीन व्यापार भी 18.3 करोड़ टन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है, जो वार्षिक आधार पर मामूली वृद्धि होगी।

चावल उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर
2025-26 में वैश्विक चावल उत्पादन 54.4 करोड़ टन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकता है, जिसका श्रेय पांच प्रमुख उत्पादक देशों में हुई वृद्धि को जाता है। इस अतिरिक्त उपलब्धता के कारण चावल की खपत 1% बढ़ सकती है, जबकि वैश्विक भंडार में भी वृद्धि की संभावना है।

भारत का चावल भंडार अकेले 5 करोड़ टन तक पहुंचने की संभावना है, जो कुल वैश्विक भंडार में अहम योगदान देगा। 2026 में वैश्विक चावल व्यापार के भी 6 करोड़ टन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है, जिसका प्रमुख कारण अफ्रीका से बढ़ती मांग है।

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