धारा ब्रांड खाद्य तेल के दाम में 20 रुपये प्रति लीटर तक की कमी, कटौती तत्काल प्रभाव से लागू

धारा ब्रांड खाद्य तेल के दाम में  20 रुपये प्रति लीटर तक की कमी, कटौती तत्काल प्रभाव से लागू
धारा ने घटाए खाने के तेलों के दाम।

धारा के खाने के तेलों के दाम में 15-20 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती कर दी गई है। अंतरराष्ट्रीय कीमतों में कमी को देखते हुए यह कटौती की गई है। यह कटौती तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। संशोधित एमआरपी वाले पैक अगले हफ्ते से बाजार में उपलब्ध हो जाएंगे। धारा मदर डेयरी का खाद्य तेलों का ब्रांड है।

मदर डेयरी के प्रवक्ता ने गुरुवार को यह जानकारी देते हुए कहा, “धारा के सभी तरह के खाद्य तेलों के एमआरपी (अधिकतम खुदरा मूल्य) में 15-20 रुपये प्रति लीटर की कमी कर दी गई है जो तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। संशोधित एमआरपी वाले स्टॉक अगले हफ्ते बाजार में आ जाएंगे। अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम घटने और तिलहन फसलों की बेहतर घरेलू उपलब्धता की वजह से सोयाबीन तेल, राइसब्रान तेल, सूरजमुखी और मूंगफली जैसे तेलों के दाम में कमी करने का फैसला किया गया है।”

कीमतों में कटौती के बाद धारा के रिफाइंड सोयाबीन तेल की कीमत 170 रुपये से घटकर 150 रुपये प्रति लीटर और राइसब्रान तेल की कीमत 190 रुपये से घटकर 170 प्रति लीटर हो गई है। जबकि रिफाइंड सूरजमुखी तेल का एमआरपी 175 रुपये से घटाकर 160 रुपये और मूंगफली तेल का 255 रुपये से 240 रुपये कर दिया गया है।

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इससे पहले बुधवार को केंद्रीय खाद्य मंत्रालय के निर्देश पर खाद्य तेल उत्पादकों के शीर्ष संगठन सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोशिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) ने अपने सदस्यों को खाद्य तेलों की घटती कीमतों के मुताबिक एमआरपी कम करने की सलाह दी थी। एसईए ने अपने सदस्यों से पिछले तीन महीनों के दौरान एमआरपी में की गई कमी का ब्योरा मांगा है ताकि खाद्य मंत्रालय को इसकी जानकारी दी जा सके।  

खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग नियमित रूप से देश में खाद्य तेल की कीमतों की समीक्षा करता है। पिछले 6 महीनों में, खासकर पिछले 60 दिनों में अंतरराष्ट्रीय कीमतों में तेजी से कमी आई है। मूंगफली, सोयाबीन और सरसों की बंपर पैदावार के बावजूद अंतरराष्ट्रीय बाजार के मुताबिक स्थानीय कीमतों में गिरावट नहीं आई है। इसे देखते हुए ही विभाग ने एसईए को सलाह दी थी कि वे सदस्यों को खाद्य तेलों पर एमआरपी कम करने और उपभोक्ताओं तक इसका लाभ पहुंचाने को कहा था। 

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