तीसरे अनुमानों के मुताबिक 2021-22 में बागवानी फसलों का उत्पादन 2.3 फीसदी बढ़ा

तीसरे आरंभिक अनुमानों के मुताबिक साल 2021-22 में बागवानी फसलों के उत्पादन में 2.3 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने गुरुवार को वर्ष 2021-22 के लिए बागवानी फसलों के क्षेत्रफल और उत्पादन का तीसरा अग्रिम अनुमान जारी किया गया। इसके अनुसार 2.8 करोड़ हेक्टेयर में रिकॉर्ड बागवानी उत्पादन 34.2 33 करोड़  टन अनुमानित है। जो वर्ष 2020-21 (अंतिम) की तुलना में लगभग 77.3 लाख टन अधिक और यह 2.3 फीसदी की वृद्धि दर्शाता है

तीसरे अनुमानों के मुताबिक 2021-22 में बागवानी फसलों का उत्पादन  2.3 फीसदी बढ़ा

तीसरे आरंभिक अनुमानों के मुताबिक साल 2021-22 में बागवानी फसलों के उत्पादन में 2.3 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने गुरुवार को वर्ष 2021-22 के लिए बागवानी फसलों के क्षेत्रफल और उत्पादन का तीसरा अग्रिम अनुमान जारी किया गया। इसके अनुसार 2.8 करोड़ हेक्टेयर में रिकॉर्ड बागवानी उत्पादन 34.2 33 करोड़  टन अनुमानित है। जो वर्ष 2020-21 (अंतिम) की तुलना में लगभग 77.3 लाख टन अधिक और यह 2.3 फीसदी की वृद्धि दर्शाता है। इस दौरान प्याज का उत्पादन तो अधिक रहेगा लेकिन आलू और टमाटर का उत्पादन कम रहने का अनुमान लगाया गया है।

मंत्रालय के मुताबिक बागवानी फसलों का रकबा भी बढ़ा है। यह साल 2020-21 में  2.74 करोड़ हैक्टेयर था जो 2021-21 में बढ़कर 2.80 करोड़ हैक्टेयर हो गया। 

कृषि मंत्रालय द्वारा जारी आंकडों के अनुसार 2020-21 में फलों का उत्पादन पिछले साल के 10.24 करोड़ टन की तुलना में 10.72 करोड़ टन होने का अनुमान है। सब्जियों का उत्पादन 2020-21 के 20.04 करोड टन की तुलना में 2021-22 में 20.48 करोड़ टन होने का अनुमान है। साल 2020-21 में प्याज का उत्पादन 2.66 करोड़ टन के मुकाबले 3.12 करोड़ टन होने का अनुमान है। जबकि  2020-21 के मुकाबले आलू का उत्पादन कम रहने का अनुमान है। साल 2020-21 में आलू का उत्पादन 5.61 करोड़ टन रहा था जबकि 2021-22 में आलू का उत्पादन 5.33 करोड़ टन होने का अनुमान है। 2020-21 में टमाटर का उत्पादन 2.11 करोड़ टन रहा था जिसके 2021-22 में  2.03 करोड टन रहने का अनुमान है।

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