चुनाव से पहले चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने क्यों दिया इस्तीफा?

लोकसभा चुनाव की तारीख इस हफ्ते घोषित किए जाने की उम्मीद है, लेकिन उससे पहले चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफा के बाद आयोग में अब सिर्फ मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार रह गए हैं। तीन आयुक्तों में से एक आयुक्त का पद पहले ही खाली पड़ा है। अनूप चंद्र पांडे हाल ही चुनाव आयुक्त पद से रिटायर हुए हैं। गोयल से पहले 2020 में अशोक लवासा ने भी चुनाव आयुक्त पद से इस्तीफा दिया था।

चुनाव से पहले चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने क्यों दिया इस्तीफा?

लोकसभा चुनाव की तारीख इस हफ्ते घोषित किए जाने की उम्मीद है, लेकिन उससे पहले चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफा के बाद आयोग में अब सिर्फ मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार रह गए हैं। तीन आयुक्तों में से एक आयुक्त का पद पहले ही खाली पड़ा है। अनूप चंद्र पांडे हाल ही चुनाव आयुक्त पद से रिटायर हुए हैं। गोयल से पहले 2020 में अशोक लवासा ने भी चुनाव आयुक्त पद से इस्तीफा दिया था।

शनिवार को अरुण गोयल का इस्तीफा चौंकाने वाला रहा। क्योंकि एक दिन पहले तक चुनावी तैयारी के सिलसिले में वे लगातार बैठकें कर रहे थे। वे 12 मार्च को जम्मू-कश्मीर जगाने वाले थे वहां चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाना था। राष्ट्रपति भवन की तरफ से जारी नोटिफिकेशन में गोयल का इस्तीफा स्वीकार करने की बात कही गई है, लेकिन उसमें कोई कारण नहीं बताया गया है। यह इसलिए भी चौंकाने वाला है कि, खबरों के मुताबिक, इस्तीफे की प्रति मुख्य चुनाव आयुक्त को नहीं भेजी गई। गोयल 1985 बैच के पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी हैं।

संविधान के अनुच्छेद 324 के अनुसार चुनाव आयोग एक सदस्य के साथ भी काम कर सकता है। इस अनुच्छेद में कहा गया है कि आयोग में मुख्य चुनाव आयुक्त होंगे। उनके साथ चुनाव आयुक्त होंगे, यदि राष्ट्रपति उन्हें नियुक्त करते हैं तो। हालांकि 1993 से आयोग में कभी एक आयुक्त नहीं रहा।

जिस तरह अरुण गोयल का इस्तीफा चौंकाने वाला है उसी तरह उनकी नियुक्ति ने भी चौंकाया था। आयोग में आने से पहले वह भारी उद्योग मंत्रालय में सचिव थे। 18 नवंबर 2022 को अचानक उन्होंने स्वैच्छिक रिटायरमेंट (वीआरएस) ले लिया। एक दिन बाद ही सरकार ने उन्हें चुनाव आयुक्त नियुक्त किया और 21 नवंबर को उन्होंने पदभार संभाला। उनकी नियुक्ति की फाइल बिजली की गति से पास होने के कारण फैसले को सुप्रीम कोर्ट में भी चुनौती दी गई थी। हालांकि अगस्त 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी।

मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का कार्यकाल फरवरी 2025 में खत्म होगा। उनके बाद गोयल ही मुख्य चुनाव आयुक्त होते। इस्तीफा न देने पर 2027 तक वे आयोग में रहते। इससे पहले 2020 में अशोक लवासा ने चुनाव आयुक्त पद से इस्तीफा दिया था। चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आयोग की तरफ से बहुमत से क्लीन चिट दी गई थी, लेकिन लवासा ने इसके खिलाफ मत दिया था।

Subscribe here to get interesting stuff and updates!