चाय नीलामी वालों ने अपने व्यापारिक हित के लिए बनाया संगठन
देश के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों के चाय नीलामीकर्ताओं ने अपने हितों की रक्षा के लिए एक संगठन बनाने को हाथ मिलाया है। एसोसिएशन ऑफ टी ऑक्शनर्स (एटीए) नाम की यह संस्था देश में चाय नीलामी प्रणाली के सुचारू कामकाज के लिए भी काम करेगी।
देश के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों के चाय नीलामीकर्ताओं ने अपने हितों की रक्षा के लिए एक संगठन बनाने को हाथ मिलाया है। एसोसिएशन ऑफ टी ऑक्शनर्स (एटीए) नाम की यह संस्था देश में चाय नीलामी प्रणाली के सुचारू कामकाज के लिए भी काम करेगी।
चाय बोर्ड द्वारा लाइसेंस प्राप्त लगभग 13 चाय नीलामीकर्ताओं, जिनमें प्रमुख रूप से जे थॉमस, कंटेम्परेरी ब्रोकर्स और पार्कोन शामिल हैं, ने एटीए का गठन किया है। एटीए सचिव सुजीत पात्रा के मुताबिक, नीलामीकर्ताओं के मुद्दों को सामूहिक रूप से निपटाने के लिए अब तक कोई औपचारिक संस्था नहीं थी। नवगठित संगठन केंद्र और चाय उत्पादक राज्यों की सरकारों और चाय बोर्ड जैसे नियामकीय प्राधिकरणों के साथ संपर्क करेगा।
2008-09 से चाय नीलामी की पुरानी प्रथा को इलेक्ट्रॉनिक नीलामी में बदल दिया गया है। अब यह उत्तर और दक्षिण भारत दोनों में प्रचलित है। एसोसिएशन ने शुक्रवार को कुल 3.60 लाख किलो की लगभग 650 लॉट असम परंपरागत चाय की औपचारिक मैन्युअल नीलामी की व्यवस्था की।
प्रमुख चाय निर्यातक शाह ब्रदर्स के अध्यक्ष एसबी शाह ने कहा कि भू-राजनीतिक तनाव के कारण इस साल चाय की कीमतें कम हैं और निर्यात भी कम हो गया है। हालांकि, भारतीय चाय निर्यातक तुर्की, जॉर्डन और सीआईएस के कुछ देशों जैसे नए बाजारों में प्रवेश करने में सक्षम हैं।

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