एफएओ ने 2023 के लिए अनाज उत्पादन का अनुमान 36 लाख टन बढ़ाया

एफएओ ने वर्ष 2023 के लिए अनाज उत्पादन के अनुमान में 36 लाख टन की बढ़ोतरी की है। नए अनुमान के मुताबिक इस वर्ष रिकॉर्ड उत्पादन की संभावना है। मुख्य रूप से गेहूं और कुछ हद तक मोटे अनाज का उत्पादन बेहतर होने की संभावना है। एफएओ के अनुसार इस वर्ष विश्व में 282.3 करोड़ टन अनाज उत्पादन का अनुमान है। यह पिछले साल से 0.9 प्रतिशत (259 लाख टन) अधिक रहने की संभावना है। यह 2021 के रिकॉर्ड उत्पादन से भी 104 लाख टन अधिक रहेगा।

एफएओ ने 2023 के लिए अनाज उत्पादन का अनुमान 36 लाख टन बढ़ाया

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) ने वर्ष 2023 के लिए अनाज उत्पादन के अनुमान में 36 लाख टन की बढ़ोतरी की है। नए अनुमान के मुताबिक इस वर्ष रिकॉर्ड उत्पादन की संभावना है। मुख्य रूप से गेहूं और कुछ हद तक मोटे अनाज का उत्पादन बेहतर होने की संभावना है। एफएओ के अनुसार इस वर्ष विश्व में 282.3 करोड़ टन अनाज उत्पादन का अनुमान है। यह पिछले साल से 0.9 प्रतिशत (259 लाख टन) अधिक रहने की संभावना है। यह 2021 के रिकॉर्ड उत्पादन से भी 104 लाख टन अधिक रहेगा।

गेहूं के उत्पादन में पिछले अनुमान से 20 लाख टन की बढ़ोतरी की संभावना है। हालांकि इसके बावजूद यह 2022 की तुलना में 171 लाख टन, यानी 2.1 प्रतिशत कम रहेगा। इस साल के अनुमान में बढ़ोतरी रूस और तुर्किये के कारण की गई है। वहां आधिकारिक अनुमानों में बढ़ोतरी की गई है। हालांकि खराब मौसम के कारण अर्जेंटीना और ब्राजील में उत्पादन में कुछ कटौती की आशंका भी व्यक्त की गई है।

मोटे अनाज का उत्पादन 151.1 करोड़ टन रहने की संभावना है। यह पिछले साल से 3.6 प्रतिशत अधिक होगा। अमेरिका में बेहतर यील्ड के चलते वहां मक्का उत्पादन काफी अच्छा रहने की संभावना है। यूरोपियन यूनियन और मेक्सिको में गर्म मौसम के चलते उत्पादन को नुकसान होगा, उसकी भरपाई अमेरिका से हो जाएगी। 

नवंबर के अनुमानों की तुलना में चावल उत्पादन में 9 लाख टन बढ़ोतरी की संभावना व्यक्त की गई है। इंडोनेशिया और तंजानिया में खराब मौसम से पहले जितने नुकसान की आशंका व्यक्त की जा रही थी, उतना होगा नहीं। रूस, वेनेजुएला और वियतनाम में बुवाई का रकबा बढ़ने से वहां अधिक उत्पादन की संभावना है। वर्ष 2022-23 की तुलना में 2023-24 में विश्व में 52.49 करोड़ टन चावल उत्पादन का अनुमान है।

अगले मौसम के बारे में एफएओ ने कहा है कि 2024 के सर्दियों की गेहूं की बुवाई उत्तरी गोलार्ध के देशों में चल रही है। हालांकि इस वर्ष रकबा में ज्यादा वृद्धि की संभावना नहीं है। अमेरिका में अनुकूल मौसम को देखते हुए इस मौसम की गेहूं की फसल का 50 प्रतिशत अच्छा से बहुत अच्छा रहने की संभावना है। पिछले साल यह अनुपात 34 प्रतिशत था। चीन में बेहतर मौसम के चलते गेहूं की बुवाई अक्टूबर में खत्म हो गई। वहां उत्पादन पिछले साल से बेहतर रहने की संभावना है।

दक्षिणी गोलार्ध के देशों में मोटे अनाजों की बुवाई चल रही है। ब्राजील में मौसम में नमी के कारण मक्के की बुवाई धीमी चल रही है। दाम भी कम चल रहे हैं। इसलिए इसका रकबा पिछले सीजन के रिकॉर्ड से पांच प्रतिशत कम रहने की संभावना है। अर्जेंटीना में भी मक्के का उत्पादन अच्छा रहने की संभावना है। दक्षिण अफ्रीका में मक्के की बुवाई के लिए मौसम अनुकूल है, लेकिन आने वाले दिनों में वहां गर्मी बढ़ने का अनुमान है जिससे यील्ड प्रभावित हो सकती है।

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