नवंबर तक चीनी उत्पादन 47.90 लाख टन रहा

चालू चीनी सीजन 2022-23 में देश में 30 नवंबर तक 47.90 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। यह पिछले सीजन की इसी अवधि में हुए 47.2 लाख टन चीनी उत्पादन से मामूली रूप से ही अधिक है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज में यह जानकारी दी गई है। इस्मा के मुताबिक इस देश में 434 चीनी मिलों में पेराई चल रही है जबकि पिछले साल इस समय तक पेराई करने वाली चीनी मिलों की संख्या 416 थी

नवंबर तक चीनी उत्पादन 47.90 लाख टन रहा
चालू चीनी सीजन 2022-23 में देश में 30 नवंबर तक 47.90 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। यह पिछले सीजन की इसी अवधि में हुए 47.2 लाख टन चीनी उत्पादन से मामूली रूप से ही अधिक है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज में यह जानकारी दी गई है। इस्मा के मुताबिक इस देश में 434 चीनी मिलों में पेराई चल रही है जबकि पिछले साल इस समय तक पेराई करने वाली चीनी मिलों की संख्या 416 थी।  
इस्मा के मुताबिक तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने अभी तक 460 करोड़ लीटर एथेनॉल की आपूर्ति के लिए आवंटन किया है। यह आवंटन एथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ईएसवाई) 2022-23 में आपूर्ति के लिए जारी किये एक्सप्रेसन ऑफ इंट्रेस्ट (ईओई) के तहत किया गया है। 
ओएमसी ने 139 करोड़ लीटर एथेनॉल की अतिरिक्त आपूर्ति के लिए एक तीसरा ईओआई जारी किया है जिसकी अंतिम तिथि 30 नवंबर, 2022 थी। इसके आई बोलियों का तेल कंपनियां अध्ययन कर रही हैं । इस्मा का कहना है कि तीसरे ईओआई के तहत भी एथनॉल आपूर्ति का आवंटन जल्द तय होने की संभावना है। 
चालू पेराई सीजन में देश में करीब 395 लाख टन चीनी का उत्पादन होने का अनुमान है। इसमें से करीब 45 लाख टन चीनी का उपयोग एथेनॉल उत्पादन में किये जाने का अनुमान है। चालू चीनी सीजन में जहां महाराष्ट्र का चीनी उत्पादन पिछले साल से अधिक रहेगा वहीं उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरे साल चीनी उत्पादन घटने की संभावना है।
वहीं सरकार ने 60 लाख टन चीनी के निर्यात का कोटा भी जारी किया है। इस समय घरेलू बाजार में चीनी की खुदरा कीमतें 40 रुपये से 41 रुपये के आसपास चल रही हैं। जबकि सरकार ने मिलों के लिए 31 रुपये प्रति किलो का न्यूनतम बिक्री मूल्य (एमएसपी) तय किया है। 

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