एमिटी की छात्रा ने किसानों के लिए बनाया सौर ऊर्जा से चलने वाला मल्टी यूटिलिटी व्हीकल  

‘एसओ-एपीटी’ कृषि उपयोग के लिए सौर ऊर्जा से चलने वाला मल्टी यूटिलिटी व्हीकल है। इसका उपयोग चारा काटने की मशीन, पंप, रोशनी और मोबाइल चार्जिंग के लिए किया जा सकता है। पूरी तरह से चार्ज होने पर यह 60 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है और 400 किलो सामान ढो सकता है। इसका उपयोग बीजों की वुबाई, छिड़काव, सिंचाई और खेत खोदने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा विभिन्न कृषि जरूरतों को पूरा किया जा सकता है। सौर उर्जा से संचालित होने के कारण वाहन की दैनिक परिचालन लागत लगभग शून्य हो जाती है। साथ ही कम पुर्जों के कारण इसकी रखरखाव लागत भी बहुत कम है। यह वाहन किफायती कीमत पर किसानों के लिए उपलब्ध होगा।

एमिटी की छात्रा ने किसानों के लिए बनाया सौर ऊर्जा से चलने वाला मल्टी यूटिलिटी व्हीकल  
सौर ऊर्जा से चलने वाला मल्टी यूटिलिटी एग्री व्हीकल।

एमिटी इंटरनेशनल स्कूल पुष्प विहार (दिल्ली) की 11वीं कक्षा की छात्रा सुहानी चौहान ने पोर्टेबल उपकरणों के साथ सौर उर्जा से चलने वाला एक एग्रो व्हीकल ‘एसओ-एपीटी’ विकसित किया है। यह वाहन किसानों के लिए बहुउपयोगी और किफायती होगी जो उनकी लागत को कम करने में सहायक होगा।

‘एसओ-एपीटी’ कृषि उपयोग के लिए सौर ऊर्जा से चलने वाला मल्टी यूटिलिटी व्हीकल है। इसका उपयोग चारा काटने की मशीन, पंप, रोशनी और मोबाइल चार्जिंग के लिए किया जा सकता है। पूरी तरह से चार्ज होने पर यह 60 किलोमीटर की दूरी तय कर सकता है और 400 किलो सामान ढो सकता है। इसका उपयोग बीजों की वुबाई, छिड़काव, सिंचाई और खेत खोदने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा विभिन्न कृषि जरूरतों को पूरा किया जा सकता है। सौर उर्जा से संचालित होने के कारण वाहन की दैनिक परिचालन लागत लगभग शून्य हो जाती है। साथ ही कम पुर्जों के कारण इसकी रखरखाव लागत भी बहुत कम है। यह वाहन किफायती कीमत पर किसानों के लिए उपलब्ध होगा।

अपने नवाचार के बारे में सुहानी चौहान ने बताया कि मैं कुछ अनूठा बनाना चाहती थी जो देश व देश के किसानों के विकास में योगदान दे सके। मैंने किसानों की परेशानियों को समझा और इसी ने मुझे इस अनोखे कृषि वाहन का अविष्कार करने के लिए प्रेरित किया। देश के लगभग 85 फीसदी किसान आर्थिक रूप से कमजोर हैं। यह वाहन उनकी उपज बढ़ाने और उत्पादन लागत को कम करने में सहायक होगा। सुहानी ने कहा कि जुताई में अधिक मात्रा में उर्जा और शक्ति की आवश्यकता होती है। यह वाहन कृषि के सभी कार्य करता है। वाहन की बैटरी लंबे समय तक चलती है। इसे 5-6 वर्षों के बाद बदलने की आवश्यकता होती है जिससे यह  अत्यधिक लागत प्रभावी है। वाहन के ऊपर लगे फोटो वोल्टिक पैनल सूर्य की किरणों को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं जो वाहन को संचालित करता है। इसलिए वाहन के संचालन में ईंधन की खपत नहीं होती है और यह स्थायी और स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करता है।

11 से 14 मई तक प्रगति मैदान में आयोजित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी सप्ताह में इस ‘एसओ-एपीटी’ का प्रदर्शन किया गया। सुहानी ने कहा कि यह मेरे लिए सपने के सच होने जैसा था। मैं अपने शिक्षकों और माता-पिता के प्रति हार्दिक आभार जताती हूं जिन्होंने इस आइडिया को वास्तविकता में बदलने के लिए मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया।

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