सितंबर में वैश्विक खाद्य कीमतों में गिरावट, डेयरी और चीनी में सबसे तेज कमी: FAO
सितंबर 2025 में वैश्विक खाद्य कीमतों में मामूली गिरावट आई, FAO फूड प्राइस इंडेक्स 128.8 अंक पर रहा। डेयरी, चीनी, अनाज और वनस्पति तेल की कीमतों में गिरावट ने मांस की कीमतों में वृद्धि को पीछे छोड़ दिया। डेयरी कीमतों में लगातार तीसरी बार गिरावट आई, जबकि चीनी की कीमतें चार साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गईं। कीमतें 2024 से अधिक हैं, लेकिन 2022 के उच्चतम स्तर से काफी नीचे हैं।

संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार सितंबर 2025 में वैश्विक खाद्य वस्तुओं की कीमतों में मामूली गिरावट दर्ज की गई है। डेयरी और चीनी की कीमतों में तेज गिरावट रही। FAO फूड प्राइस इंडेक्स (FFPI) सितंबर में औसतन 128.8 अंक पर रहा, जो अगस्त के संशोधित 129.7 अंक से कम है। हालांकि कीमतें पिछले वर्ष की तुलना में 3.4% अधिक रहीं, वे मार्च 2022 में दर्ज उच्चतम स्तर से लगभग 20% नीचे हैं। कुल मिलाकर यह गिरावट अनाज, डेयरी, चीनी और वनस्पति तेल जैसी प्रमुख खाद्य श्रेणियों में आई कमी से प्रेरित रही।
उपलब्धता बढ़ने से अनाज कीमतों में गिरावट
FAO अनाज मूल्य सूचकांक औसतन 105.0 अंक पर रहा, जो अगस्त की तुलना में 0.6% और सालाना आधार पर 7.5% कम है। रूस, यूरोप और उत्तरी अमेरिका में अच्छी फसलों और कमजोर वैश्विक मांग के कारण गेहूं की कीमतों में लगातार तीसरे महीने गिरावट आई। ब्राज़ील और अमेरिका में बेहतर आपूर्ति अनुमान तथा अर्जेंटीना द्वारा निर्यात करों में अस्थायी कमी के कारण मक्का की कीमतों में भी कमी आई। वहीं, चावल की कीमतें 0.5% घटीं, क्योंकि अधिक आपूर्ति और अफ्रीका व फिलीपींस जैसे देशों की कम खरीद ने बाजार पर दबाव डाला।
वनस्पति तेल कीमतों में मिश्रित रुझान
FAO वनस्पति तेल मूल्य सूचकांक 167.9 अंक पर रहा, जो अगस्त से 0.7% कम है, हालांकि यह सालाना आधार पर 18% अधिक है। गिरावट का मुख्य कारण पाम और सोया तेल की कीमतों में कमी रही, जिसने सूरजमुखी और रेपसीड तेल की बढ़ोतरी को संतुलित कर दिया। मलेशिया में उम्मीद से अधिक पाम ऑयल स्टॉक के कारण कीमतों में कमी आई, जबकि अर्जेंटीना से अधिक आपूर्ति के चलते सोया तेल कीमतों में लगातार दूसरी बार गिरावट दर्ज की गई।
डेयरी कीमतों में लगातार गिरावट
FAO डेयरी मूल्य सूचकांक 2.6% गिरकर 148.3 अंक पर आ गया, हालांकि यह सितंबर 2024 की तुलना में लगभग 9% अधिक है। आइसक्रीम की मांग में कमी और क्रीम की अधिक उपलब्धता के कारण मक्खन की कीमतों में 7% की तेज गिरावट आई। दूध पाउडर की कीमतें कमजोर मांग और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण घटीं। वहीं, एशियाई मांग के चलते पनीर की कीमतों में मामूली कमी रही।
चीनी की कीमतें चार साल के न्यूनतम स्तर पर
FAO चीनी मूल्य सूचकांक 4.1% गिरकर 99.4 अंक पर पहुंच गया, जो मार्च 2021 के बाद सबसे निचला स्तर है। ब्राज़ील में बेहतर उत्पादन और भारत व थाईलैंड में अच्छी मानसून वर्षा के कारण बढ़िया फसल अनुमान ने कीमतों पर दबाव डाला।
कुल मिलाकर, सितंबर में FAO सूचकांक में आई मामूली गिरावट यह दर्शाती है कि वैश्विक खाद्य बाजार फिलहाल स्थिर हैं। हालांकि, डेयरी और चीनी जैसे कुछ क्षेत्रों में तेज उतार-चढ़ाव यह संकेत देते हैं कि मौसम, व्यापार नीतियां और मांग में बदलाव अभी वैश्विक कीमतों को गहराई से प्रभावित कर सकते हैं।