मानसून 9 दिन पहले देश भर में पहुंचा, जून में सामान्य से 8 फीसदी अधिक बारिश

मानसून ने सामान्य तिथि 8 जुलाई से 9 दिन पहले ही पूरे भारत को कवर कर लिया है। यह 2020 के बाद मानसून का सबसे तेज देशव्यापी कवरेज है, तब मानसून 26 जून तक पूरे देश में पहुंच गया था।

मानसून 9 दिन पहले देश भर में पहुंचा, जून में सामान्य से 8 फीसदी अधिक बारिश

दक्षिण-पश्चिम मानसून 29 जून को देश भर में पहुंच चुका हैभारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि मानसून ने सामान्य तिथि 8 जुलाई से 9 दिन पहले पूरे भारत को कवर कर लिया है। यह 2020 के बाद मानसून का सबसे तेज देशव्यापी कवरेज है, तब मानसून 26 जून तक पूरे देश में पहुंच गया था।

रविवार को पश्चिमी यूपी, पश्चिमी मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में काफी बारिश हुई। इससे भीषण गर्मी से राहत मिली है लेकिन उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से कई जगह भूस्खलन के चलते जान-माल को नुकसान पहुंचा है।

 IMD के अनुसार, अगले 7 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा की गतिविधि जारी रहने की संभावना है

उत्तराखंड, हिमाचल और झारखंड में भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग ने 30 जून को उत्तराखंड और झारखंड के लिए अत्यंत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। जबकि हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, यूपी, बिहार, पूर्वी एमपी, छत्तीसगढ़, ओडिशा और मध्य महाराष्ट्र और विदर्भ में भारी बारिश की ओरेंज वार्निंग जारी की गई है।

बारिश व भूस्खलन से कई हादसे

पिछले 24 घंटों में उत्तराखंड और हिमाचल में भारी बारिश और भूस्खलन से कई हादसों की खबर है। चार धाम यात्रा एक दिन के रोक दी गई। आदि कैलाश मार्ग भी अवरुद्ध हो गया है। उत्तरकाशी के यमुनोत्री हाईवे पर सिलाई बैंड के पास भारी मलबा आने के बाद 7 मजदूर लापता हैं जबकि 2 मजदूरों के शव बरामद किए गये। उत्तरकाशी जनपद के मोरी क्षेत्र में एक वाहन अनियंत्रित होकर सीधे रुपिन नदी में जा गिरा। यमुना घाटी मेमें बादल फटने से कई जगह ताबाही मची है।

हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही मानसूनी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भूस्खलन के कारण राज्य भर में 39 लोगों की मौत हो गई जबकि 4 लापता हैं। मौसम विभाग ने 5 जुलाई तक राज्य में भारी बारिश का अनुमान जताया है। अगले 24 घंटों में 10 जिलों में अचानक बाढ़ आने की चेतावनी दी गई है।

जून में सामान्य से 8 फीसदी अधिक बारिश

IMD ने इस साल मानसून में दीर्घकालिक औसत (LPA) से 106% बारिश की संभावना जताई है, जो कृषि और अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है। इस मानसून सीजन में 1 जून से 29 जून तक देश में सामान्य से 8 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है। इस दौरान उत्तर-पश्चिमी भारत में सामान्य से 37 फीसदी और मध्य भारत में 24 फीसदी अधिक बारिश हुई। हालांकि, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से 17 फीसदी और दक्षिण भारत में सामान्य से 2 भी कम बारिश हुई। देश के 36 मौसम संभागों में से 26 में सामान्य या उससे अधिक बारिश दर्ज की गई है जो देश के कुल भूभाग का 76 फीसदी हैं।

Subscribe here to get interesting stuff and updates!