विकसित भारत बनाने में योगदान दे सहकारिता क्षेत्रः नरेंद्र तोमर

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा है कि देश की चुनौतियों को स्वीकर करते हुए सहकारिता क्षेत्र विकसित भारत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। सहकार भारती द्वारा आयोजित क्रेडिट सोसायटी के दो दिवसीय (2-3 दिसंबर) राष्ट्रीय अधिवेशन के शनिवार को उद्घाटन मौके पर उन्होंने यह बात कही।

विकसित भारत बनाने में योगदान दे सहकारिता क्षेत्रः नरेंद्र तोमर
सहकार भारती द्वारा आयोजित क्रेडिट सोसायटी के राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर।

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा है कि देश की चुनौतियों को स्वीकर करते हुए सहकारिता क्षेत्र विकसित भारत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। सहकार भारती द्वारा आयोजित क्रेडिट सोसायटी के दो दिवसीय (2-3 दिसंबर) राष्ट्रीय अधिवेशन के शनिवार को उद्घाटन मौके पर उन्होंने यह बात कही। नई दिल्ली के पूसा स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के मेला मैदान में आयोजित इस अधिवेशन में देशभर के हजारों प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।

बतौर मुख्य अतिथि अधिवेशन को संबोधित करते हुए नरेंद्र तोमर ने कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में काम करने वाले प्रतिनिधियों का सक्षम और सशक्त नुमाइंदगी करने वाला संगठन सहकार भारती है। इस सम्मेलन में देशभर के क्रेडिट सोसायटियों का इतनी बड़ी संख्या में इकट्ठा होना महत्वपूर्ण बात है। उन्होंने कहा कि सहकार का भाव आत्मा में होता है। पहले गांवों में मकान कच्चे होते थे, लेकिन सहकार के भाव के कारण संबंध पक्के होते थे। उन्होंने अधिवेशन में शामिल हुए क्रेडिट सोसायटी के प्रतिनिधियों से आह्वान किया कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में सहकारिता क्षेत्र बढ़-चढ़ कर योगदान दे।

उन्होंने कहा कि सहकारिता मंत्रालय के गठन के बाद से इस क्षेत्र में तेजी से काम हो रहा है और आने वाले समय में सहकारिता क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए पैक्स का कंप्यूटरीकरण किया जा रहा है, उनकी क्षमता बढ़ाई जा रही है। साथ ही सस्ते ब्याज पर कर्ज उपलब्ध कराकर दुनिया की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना शुरू की जा रही है। पैक्स को पीडीएस की दुकानें चलाने, पेट्रोल पंप एवं रसोई गैस एजेंसी खोलने, जन औषधि केंद्र आदि खोलने की मंजूरी दी गई है। इससे न सिर्फ पैक्स सशक्त बनेंगे, बल्कि उपभोक्ताओं को भी फायदा होगा।

उन्होंने कहा कि जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए भी सहकारी समितियां बनाई जा रही हैं। सरकार की तरफ से इस बात की कोशिश हो रही है कि हर व्यक्ति सहकार के आंदोलन से जुड़े। केंद्रीय सहकारिता राज्य मंत्री बी.एल. वर्मा ने भी अधिवेशन को संबोधित करते हुए सहकारिता मंत्रालय द्वारा उठाए गए कदमों पर रोशनी डाली।

इस मौके पर सहकार भारती के ध्येय गीत एवं स्मारिका का भी विमोचन किया गया। अधिवेशन को सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दीनानाथ ठाकुर, मुख्य वक्ता उदय जोशी, अधिवेशन के स्वागताध्यक्ष राधेश्याम चांडक, नेफकब के अध्यक्ष ज्योतिंद्र भाई मेहता ने भी संबोधित किया। इस मौके पर अन्ना साहब जोल्हे, टीएमसीसी अध्यक्ष एन.एस. जयकुमार, महाराष्ट्र फेड अध्यक्ष काका साहेब कोयटे, कार्यक्रम संयोजक-सहकार भारती के राष्ट्रीय मंत्री सुनील गुप्ता, सहकार भारती क्रेडिट प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय प्रमुख प्रकाश वेल्लिप आदि भी उपस्थित थे

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