अगस्त में वैश्विक खाद्य कीमतें स्थिर, अनाज और डेयरी के दामों में वृद्धि तो मीट और खाद्य तेल हुए महंगे
एफएओ खाद्य मूल्य सूचकांक (एफएफपीआई) अगस्त 2025 में औसतन 130.1 अंक रहा, जो जुलाई के लगभग बराबर है। मीटी, चीनी और वनस्पति तेल की ऊंची कीमतों ने अनाज और डेयरी उत्पादों की कीमतों में गिरावट की भरपाई कर दी। सूचकांक अगस्त 2024 से 6.9% ऊपर रहा, लेकिन मार्च 2022 के अपने उच्चतम स्तर से 18.8% नीचे है।

अगस्त में खाद्य कीमतों का वैश्विक मानक स्थिर रहा। एफएओ खाद्य मूल्य सूचकांक (FAO Food Price Index - FFPI) औसतन 130.1 अंक रहा, जो जुलाई के 130.0 के लगभग बराबर है। अनाज और डेयरी उत्पादों की कीमतों में गिरावट के बावजूद, मीट, चीनी और वनस्पति तेल के भावों में वृद्धि ने सूचकांक को संतुलित रखा। साल-दर-साल देखें तो इंडेक्स 6.9 प्रतिशत बढ़ा, हालांकि यह मार्च 2022 के अपने उच्चतम स्तर से अब भी 18.8 प्रतिशत नीचे है।
पिछले महीने अनाज की कीमतों में गिरावट आई। एफएओ अनाज मूल्य सूचकांक औसतन 105.6 अंक रहा, जो जुलाई से 0.8 प्रतिशत कम है। पर्याप्त वैश्विक आपूर्ति और कम आयात मांग के कारण गेहूं की कीमतों में गिरावट आई, जबकि यूरोपीय यूनियन में भीषण गर्मी की चिंताओं और अमेरिका में चारे और इथेनॉल की बढ़ती मांग के बीच मक्के की कीमतों में लगातार तीसरे महीने तेजी आई। निर्यातकों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा के कारण चावल की कीमतों में 2 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली।
वनस्पति तेल मूल्य सूचकांक 1.4 प्रतिशत बढ़कर 169.1 अंक पर पहुंच गया, जो जुलाई 2022 के बाद से इसका उच्चतम स्तर है। मजबूत वैश्विक मांग और इंडोनेशिया के बायोडीजल पर आदेश के कारण पाम तेल की कीमतों में लगातार तीसरे महीने तेज़ी आई। काला सागर और यूरोप में कम आपूर्ति के कारण सूरजमुखी और रेपसीड तेलों की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई, जबकि पर्याप्त आपूर्ति की संभावनाओं के कारण सोया तेल की कीमतों में गिरावट आई।
मीट की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गईं। एफएओ मीट मूल्य सूचकांक 128.0 अंक पर पहुंच गया, जो जुलाई से 0.6 प्रतिशत और एक साल पहले की तुलना में 4.9 प्रतिशत अधिक है। अमेरिका के अलावा चीन से मांग बढ़ी है। ब्राजीलि से इनका निर्यात बढ़ा है।
डेयरी मूल्य सूचकांक 1.3 प्रतिशत गिरकर 152.6 अंक पर आ गया, जो लगातार दूसरी मासिक गिरावट है। हालांकि यह साल-दर-साल 16.2 प्रतिशत अधिक रहा। न्यूजीलैंड और यूरोपीय यूनियन में बेहतर उत्पादन और एशियाई मांग में कमी के कारण मक्खन, पनीर और दूध पाउडर की कीमतों में गिरावट आई। हालांकि न्यूज़ीलैंड में कम आपूर्ति के कारण स्किम्ड मिल्क पाउडर की कीमतों में वृद्धि हुई।
एफएओ चीनी मूल्य सूचकांक 0.2 प्रतिशत बढ़कर 103.6 अंक पर पहुंच गया, जिससे पांच महीनों की गिरावट थम गई। ब्राजील में गन्ने की कम पैदावार और विशेष रूप से चीन से आयात की बढ़ती मांग को लेकर चिंताओं ने कीमतों को बढ़ा दिया। हालांकि भारत और थाईलैंड में बेहतर फसल की उम्मीदों ने इस बढ़त को सीमित करने की भूमिका निभाई।